अंकिता हत्यकाण्ड मामला, राज्य आंदोलनकारियो ने डीजीपी को हटाने और 12 बिंदुओं समेत की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन
ऋषिकेश -बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड के मामले में ,उत्तराखंड में नहीं बल्कि ऋषिकेश में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं आज राज्य उत्तराखंड आंदोलनकारियो के द्वारा मुख्य प्रशासनिक अधिकारी डीएस धीमान के माध्यम से डीजीपी को हटाने के लिये और 12 अन्य मांगो को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है
वृस्पतिवार को राज्य आंदोलनकारी गौरा देवी चौक पर भाड़ी संख्या में एकत्रित होकर प्रदर्शन करते हुए तहसील पहुंचे और बहुचर्चित अंकिता हत्यकाण्ड में, डीजीपी को हटाने और अन्य 12 बिंदुओं पर मांग को रखते हुए मुख्य प्रशानिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन ज्ञापन सौंपा है
राज्य आंदोलनकरियो की बारह मांगे हैं –
1 –अंकिता भंडारी हत्यकाण्ड की जांच फार्स्टट्रैक कोर्ट माननीय हाईकोर्ट के सिटिंग जजो की निगरानी में सीबीआई द्वारा जांच करवाई जाए
2- उत्तराखंड पुलिस डीजीपीसी भूमिका बिल्कुल ठीक नहीं है अतः डीजीपी को हटाया जाए ताकि पुलिस व्यवस्था में सुधार हो।
3– uksssc में धांधली के निष्पक्ष जांच हो।
4- राज्य में सशक्त लोकायुक्त की नियुक्ति की जाएगी।
5- उत्तराखंड राज्य में भी हिमाचल की तर्ज पर भू कानून लागू हो।
6- मूल निवास को पुनर्जीवित कर उसकी कट ऑफ डेड 1950 मानी जाए जो पूर्व में भी लागू थी तथा अन्य राज्यों में भी यह व्यवस्था लागू है।
7- राज्य आंदोलनकारियों के जिला स्तर पर लंबित चिह्नीकरण की प्रक्रिया पुनः शुरू की जाए।
8- राज्य निर्माण सेनानियों को समान पेंशन दी जाए।9- जिन राज्य निर्माण आंदोलन कार्यों को पेंशन मिल रही है उनका पेंशन पट्टा बनवाया जाए।
10– राज्य आंदोलनकारियों को राज्य निर्माण सेनानी घोषित किया जाए।
11- 10 % क्षेतीज आरक्षण तुरंत लागू किया जाए।
12- समूह ग और घ की भर्तियों में राज्य के स्थानीय बेरोजगारों को शत-प्रतिशत प्राथमिकता दी जाए।
इस मौके पर विक्रम भंडारी, गंभीर मेवाड़, वेद प्रकाश ,डीएस गुसाई, मोहन पैन्यूली,राजेश्वरी शर्मा, रोशनी समेत अन्य आंदोलनकारी रहे।