अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पुष्कर सिंह धामी ने परिवार संग परमार्थ निकेतन मे किया योग

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ऋषिकेश: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राज्य सरकार के आयुष व आयुष शिक्षा विभाग की ओर से परमार्थ निकेतन गंगा घाट पर योगाभ्यास किया गया। सैकड़ों की संख्या में योग साधकों ने गंगा घाट पर योगाभ्यास किया। योगाभ्यास में बड़ी संख्या में विदेशी लोग भी शामिल हुए। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती के मार्गदर्शक आयोजित कार्यक्रम में सभी के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सपारिवार शामिल हुए।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से आज पूरी दुनिया में योग जन जन का कार्यक्रम बन चुका है। उन्होंने कहा कि योग शरीर को निरोगी बनाने की विद्या है। यह जीवन को एक दिशा देने का काम करती है। प्रत्येक व्यक्ति को अपनी दैनिक दिनचर्या में योग को शामिल करना चाहिए। इससे हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन नजर आएंगे। एक स्वस्थ जीवन पद्धति के लिए भारतीय ऋषि मुनियों की अमूल्य देन है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भारत में कभी भी किसी के साथ अमानवीय व्यवहार नहीं किया है। भारत ने हमेशा सत्य और निष्ठा के पथ पर चलकर विश्व में अपना अलग स्थान बनाया है। कोरोना महामारी के दौर में भारत में न सिर्फ कोविड वैक्सीन का निर्माण किया, बल्कि मानवता का परिचय देते हुए विश्व के कई देशों को वैक्सीन देने का काम किया।

उन्होंने कहा, हमारी संस्कृति और संस्कार ही वसुधैव कुटुंबकम की भावना को सिखाती है। यह धरती आयुष योग और संकल्पों की धरती है। हम योग, संस्कृति, धर्म और अध्यात्म को अपनी प्राथमिकता में रखते हुए प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उत्तराखंड में आने वाले सभी यात्रियों और पर्यटकों को बेहतर व्यवस्था देने के लिए हम मन, वचन और कर्म से ²ढ़ संकल्पित हैं। हमारा लक्ष्य है कि जब हम 2025 में रजत जयंती वर्ष मना रहे हों।

इस अवसर पर परमार्थ निकेतन की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को गंगा सम्मान से सम्मानित किया गया। केबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सुनील जोशी, विधायक यमकेश्वर रेणु बिष्ट, पौड़ी राजकुमार पोटी, उत्तरकाशी दुर्गेश्वर लाल, महापौर अनीता ममगाई, पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, पद्मश्री बसंती बिष्ट, मुख्यमंत्री की पत्नी गीता धामी आदि मौजूद रहे।