रायवाला में इको सेंसेटिव जोन का सर्वे करने आयी वन विभाग की टीम को वापस लौटाया। देखिए वीडियो
रायवाला खांड गांव में आज मंगलवार को वन विभाग की टीम इको सेंसिटिव जोन को लेकर सर्वे के लिए पहुंची लेकिन उसी समय ग्राम प्रधान शंकर दयाल धनै और प्रधान संगठन के अध्यक्ष सोबन सिंह केंतुरा ने टीम को सर्वे करने से रोका और वापस भेज दिया।
आपको बता दे कि काफी समय से प्रधान संगठन इको सेंसेटीव जोन को लेकर विरोध कर रहा है। उनका कहना है कि ग्रामीणों को वन अधिकार से रोका जाएगा और वे निर्माण कार्य भी नहीं कर पाएंगे और बहुत से नियम है इस जोन के।
राजाजी टाइगर रिजर्व की मोतीचूर रेंज की ओर से रेंज से सटे ग्रामीण इलाकों में ईको सेंसिटिव जोन की प्रक्रिया के तहत सर्व शुरू किया गया। जिसको लेकर ग्राम प्रधान संगठन की ओर विरोध दर्ज कराते हुए टीम को वापस लौटा दिया गया। मंगलवार को रेंज कर्मियो की सर्व टीम ने खांड गांव नंबर एक पहुंच कर सर्वे शुरू कर ग्रामीणों से उनके आवासीय भवनों के संबंध में पूछताछ कर ही रही थी की इसकी जानकारी ग्राम प्रधान शंकर दयाल घने को लगी। ग्राम प्रधान ने इसकी सूचना प्रधान संघटन के जिलाध्यक्ष सोबन सिंह केंतुरा को दी। सोबान सिंह केंतुरा ने ग्राम प्रधान के साथ मिलकर ग्रामीण छेत्र में ईको सेंसिटिव जोन के संबंध में हो रहे सर्व का विरोध करते हुए रेंज की टीम को वापस लौटा दिया। प्रधान संघटन की ओर से कल बुधवार को समस्त ग्राम प्रधानों का प्रतिनिधि मंडल रेंज कार्यालय में ज्ञापन सोपेगा। रेंज अधिकारी महेंद्र गिरी ने बताया की उच्च अधिकारियों के आदेश का पालन करते हुए सर्व टीम गठित कर जंगल सीमा की 10km दूरी में बने भवनों की जी पी एस लोकेशन, भवनों के माप उसमे रह रहे परिवारों आदि की जानकारी जुटाई जा रही है। किंतु ग्रामीणों को सर्वे को लेकर आपत्ति है। उनके विरोध की जानकारी से उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।