उत्तराखंड में निजी जल विद्युत परियोजनाओं के जनक ऊर्जा पुरुष इंजीनियर रतन सिंह गुनसोला का निधन
उत्तराखण्ड टाइम्स/ टिहरी:- उत्तराखण्ड के ऊर्जा पुरुष के नाम से विख्यात रतन सिंह गुनसोला ने कल शनिवार को मैक्स हॉस्पिटल देहरादून में 2: 30 बजे दोपहर को अंतिम सांस ली । ऊर्जा के क्षेत्र के उनका बड़ा योगदान रहा है।
दो बार टिहरी के जिला पंचायत अध्यक्ष रहे रतन सिंह गुनसोला (85) का निधन हो गया। वे कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। शुक्रवार रात को देहरादून के एक प्राइवेट अस्पताल में उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। स्व. रतन सिंह गुनसोला पहाड़ के पहले ऐसे व्यक्ति थे कि जिन्होंने भिलंगना के दूरस्थ बूढ़ाकेदार में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट लगाकर विद्युत उत्पादन शुरू करवाया था।
स्व. गुनसोला ने 2002 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी रहे किशोर उपाध्याय से करीब 2500 वोटों से चुनाव हार गये थे।
वर्ष 2012 में भी वे उत्तराखंड रक्षामोर्चा से विधानसभा का चुनाव लड़े थे। लेकिन वे हार गए थे। इसके पहले वे वर्ष 1997 से 2003 और 2009 से 2014 तक टिहरी के जिला पंचायत के अध्यक्ष रहे। उन्हें ऊर्जा पुरूष के रूप में भी जाना जाता था।
इंजीनियर की नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने टिहरी जिले में अपनी दो जल विद्युत परियोजनाएं शुरू की। या यूं कहा जाए कि उत्तराखंड में लघु जल विद्युत परियोजनाओं की शुरुआत उन्होंने ही की। वह दो बार टिहरी जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके थे। यही नहीं वह सरकारों को उत्तराखंड के विकास को लेकर अपने सुझाव भी देते रहे हैं। उनका अध्ययन इतना ज्यादा था कि वह छोइंया (पानी के धारे व गदेरे) से भी जल विद्युत परियोजनाओं के साथ ही सिंचाई की पैरवी करते थे और सरकार को सुझाव देते थे। साथ ही तेजी से बढ़ने वाले पेड़ों को बंजर भूमि में उगाने का सुझाव भी उन्होंने सरकार को दिए।