उत्तराखण्ड की रसांण ‘अरसे’ पड़े राष्ट्रीय दलों पर भारी
आज चुनाव प्रचार के अंतिम दिन उत्तराखंड की सबसे पुरानी पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल ने भी पूरे ऋषिकेश विधानसभा में अपना रोड शो किया इस दौरान यूकेडी(उक्रांद) के प्रत्याशी मोहन सिंह असवाल ने पूरे विधानसभा में अपने उत्तराखंड की संस्कृति पर आधारित या कह सकते हैं कि उत्तराखंड की रसांण को ऋषिकेश के गॉव से लेकर शहर बाजार तक बाँट कर एक अलग ही संदेश देने की कोशिश की है।
उत्तराखण्ड की शादियों, त्योहारों और बेटी बावरियों के क्लियो से लुप्त होता अरसे को पूरे रोड शो के दौरान ऋषिकेश में बांटा।
असल में उत्तराखण्डियों का दर्द समझ कर उत्तराखण्ड को एक अलग राज्य बनाने के लिए जिस दल ने संघर्ष किया है वह है उत्तराखंड क्रांति दल। जो उत्तराखण्ड में दिखती तो है , चुनाव भी लड़ती है लेकिन हमेशा लोगों से उपेक्षित रह जाती है।
इस बार ऋषिकेश विधानसभा से जनता की हक की बात करने वाले मोहन सिंह असवाल ukd के प्रत्याशी है जिन्होंने चुनाव के अंतिम दिन अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर अपने कार्यकताओं और जनता के साथ ऋषिकेश विधानसभा में रोड़ शो किया । छिद्दरवाला से हरिपुर, रायवाला, श्यामपुर, ऋषिकेश तक अपना रोड शो किया, जिसमे लोक संस्कृति गढ़वाली गीतों, ढोल दमाऊ की थाप पर ऋषिकेश वासियों को जगाने की कोशिश की।
उत्तराखण्ड के मूलभूत मुद्दों की बात करती ही ukd ये है घोषणाएं –
सख्त भूक़ानून2- स्थायी राजधानी गैरसैण3- बेरोजगारी दूर करने के लिये दीर्घकालिक नीति4-शिक्षा नीति को प्रभावी एवं रोजगारपरक बनाया जाएगा.5 – राज्य के हर आदमी को स्वास्थ्य सुविधा दिया जाना.6- पर्वतीय राज्य की अर्थव्यवस्था मूलतः कृषि, बागवानी, पशुपालन, कुटीर उद्योग और पर्यटन पर निभर्र है इसलिए उक्रांद इन सभी पर बेहतर काम करने के लिये वचनबद्ध इसके साथ कृषि बागवानी, पशुपालन, चकबंदी, पर्यटन, तीर्थाटन,जलसंसाधन की बेहतर नीति बनाने, बड़े, लघु एवं कुटीर उद्योग,पंचायतीराज एवं स्थानीय निकायों को मजबूत करने,महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जनता के बीच आकर चुनाव लड़ रही है ukd।
14 फ़रवरी को उत्तराखण्ड अपने भविष्य का बटन दबा देगा। जिसका फ़ैसला आएगा 10 मार्च को।
देखते है उत्तराखण्ड की जनता किसको उत्तराखण्ड के विकास की जिम्मेदारी देती है।