उत्तराखण्ड: टिहरी गढ़वाल के मयंक सुयाल बने सेना में अधिकारी

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देहरादून: चंबा ब्लॉक के मनियार पट्टी के पाली गांव निवासी और वर्तमान में मोथरोवाला देहरादून में निवासरत मयंक सुयाल शनिवार को चार साल के कड़े प्रशिक्षण के बाद सेना में अधिकारी बन गए हैं। उनके पिता परमानंद सुयाल 17वीं गढ़वाल राइफल से बतौर हवलदार सेवानिवृत्त होकर वर्तमान में एफआरआई देहरादून में खेल अधिकारी के पद पर तैनात हैं। जबकि मां मीना सुयाल गृहणी हैं। छोटी बहन प्रिया ग्राफिक इरा से बीकॉम आनर्स की पढ़ाई कर रहीं हैं। मयंक के परिजनों का नियमित पाली गांव में आना जाना है। उनके तीन ताऊ गांव में ही रहते हैं। मयंक एक वर्ष ओटीए गए और तीन वर्ष सीएमआई पुणे में कोर्स पूरा करने के बाद आईएमए में हुई पीओपी में लेफ्टिनेंट बनकर सेना के हिस्सा बन गए।

मयंक की शिक्षा देहरादून में सेंट थॉमस स्कूल से हुई है। सुयाल परिवार की लगातार दूसरी पीढ़ी भारतीय सेना में सेवाएं देने को तैयार है। पीओपी में बेटे के कंधों पर सितारे लगते ही उनके पिता परमानंद सुयाल का कहना है कि कठिन परिश्रम और लगन से ही उनके बेटे को मंजिल मिली है। मयंक ने सफलता का श्रेय परिजनों और शिक्षकों को दिया है। मयंक की कामयाबी पर चंबा और पाली गांव में उत्साह का माहौल है।

पालिकाध्यक्ष सुमना रमोला, सुशील बहुगुणा, सोमवारी लाल सकलानी, रघुभाई जड़धारी, सचिन सजवाण, बिशन सिंह भंडारी, यशपाल सिंह, नरेंद्र चंद रमोला, सूरज राणा, राजेंद्र डोभाल ने मयंक के परिजनों को शुभकामनाएं दी