उत्तराखण्ड में होने जा रहा है पहला समलैंगिक विवाह

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उधमसिंह नगर: ऊधमसिंहनगर में रहने वाले दो युवक लंबे समय से एक-दूसरे के साथ रिलेशन में थे। दोनों अपने रिश्ते को नाम देना चाहते थे। शादी करना चाहते थे, लेकिन घरवाले राजी नहीं हुए। परिवार से सहमति न मिलने और विरोध की संभावना को देखते हुए दोनों युवकों ने उच्च न्यायालय की शरण ली और पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की गुहार लगाई।

ऊधमसिंहनगर के रहने वाले दो लड़के भी कुछ साल पहले प्यार में पड़ गए। दोनों साथ में समय बिताने लगे। रिश्ता मजबूत हुआ तो दोनों ने समाज-परिवार से लड़कर शादी करने की भी सोच ली, लेकिन परिवार वालों को दोनों की नजदीकियां खटकने लगीं। परिवार ने पूछा ये रिश्ता क्या कहलाता है, तो दोनों लड़के सीधे  पहुंच गए और शादी के लिए मंजूरी मांगी। हाईकोर्ट ने दोनों को शादी की अनुमति दे दी और अब ये दोनों उत्तराखंड में पहली समलैंगिक शादी कर इतिहास बनाने वाले हैं।

आपको बता दे कि दोनों की ओर से दायर याचिका में बताया गया कि उच्चतम न्यायालय ने इस तरह की शादी को मान्यता दी है। उनकी भावनाएं और इच्छाएं भी सामान्य लोगों की तरह होती हैं। याचिका में यह भी बताया गया कि 2017 की रिपोर्ट के आधार पर विश्व के 25 देशों ने समलैंगिक विवाह को मान्यता दी है। सुनवाई के बाद नैनीताल हाईकोट ने दोनों युवकों को विवाह करने की मंजूरी दे दी। ये उत्तराखंड का पहला समलैंगिक विवाह होगा। कोर्ट ने रुद्रपुर के थाना प्रभारी को दोनों समलैंगिक युवकों को पुलिस सुरक्षा देने और मामले से जुड़े विपक्षियों को नोटिस जारी कर न्यायालय में जवाब दाखिल करने के निर्देश भी दिए हैं।