ऋषिकेश:पूर्णानंद घाट पर विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में मनाया विजय दिवस
देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले जाबांजों को श्रद्धांजलि
रत्नप्रभा पुस्तिका का गंगा आरती में विमोचन
ऋषिकेश: गंगा आरती ट्रस्ट द्वारा पूर्णानंद घाट पर विश्व प्रसिद्ध महिलाओं द्वारा गंगा आरती में विजय दिवस महोत्सव धूमधाम से मनाया। ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट पूर्णानंद घाट विश्व प्रसिद्ध महिला गंगा आरती में विजय दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के जवानों ने अपने प्राणों की आहुति व यज्ञ कर शांति पाठ किया 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत सुनिश्चित करने में अद्भुत भूमिका निभाने वाले सशस्त्र बल के कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वही गंगा आरती में शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखा गया।
नारी संवेदना और नारी सशक्तिकरण पर आधारित रत्न- प्रभा नामक पुस्तक का गंगा आरती में विमोचन किया गया, इस पुस्तक में श्रीमती सुशीला सेमवाल के जन्मदिन पर एक संघर्षशील नारी की कहानी लिखी गई है जो अपने लक्ष्यको स्वयं तय करती है, उन्होंने कहा कि सुशीला सेमवाल एक पहाड़ की उस नदी के समान है।
जो पत्थरों टकराकर अपने साथ जड़ी बूटियां का रस घोलती निर्मल जल को देकर सभी को पुष्पित और पल्लवित करती है इस पुस्तक में भी इसी प्रकार की नारी की दास्तान लिखी गई है पर्वतीय नारी संघर्षशील और हमेशा धैर्यवान तथा कठिन परिस्थितियों में भी सामंजस्य स्थापित कर आगे बढ़ती है। अध्यक्ष पंडित हरिओम शर्मा ज्ञानी जी ने कहा कि आज भी स्त्रियों को तमाम सामाजिक समस्याओं से जूझना पड़ता है। पर्दे के सामने की कहानी कुछ और है, जबकि पर्दे के पीछे कुछ और है।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित हरिओम शर्मा ज्ञानी जी ने कहा विजय दिवस पर, उन सभी बहादुर सशस्त्र बलों के कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते है। जिन्होंने 1971 के युद्ध में भारत की एक असाधारण जीत सुनिश्चित की देश को सुरक्षित रखने में सशस्त्र बलों की भूमिका के लिए देश उनका ऋणी रहेगा और कहा कि देश सदैव उनका ऋणी रहेगा।
सुशीला सेमवाल कहा भारतीय सरकार और भारतीय सशस्त्र बलों के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त करते हैं।
मुख्य रूप से सुशीला सेमवाल, सुषमा बहुगुणा, गजेंद्र कंडियाल, महिपाल बिष्ट, दिनेश ब्यास, डॉक्टर ओम प्रकाश पोरवाल प्रचार नेपाली संस्कृत महाविद्यालय, पूजा भट्ट आचार्य सोनिया राज रीता ,वंदना, गायत्री देवी, प्रमिला आदि ने गंगा आरती की ।