ऋषिकेश: अंतरराष्ट्रीय मसाला और सब्जी महोत्सव धूमधाम से हुआ संपन्न, सफल आयोजन पर कैबिनेट मंत्री ने दी बधाई

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बागवानी सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा, तो रुकेगा पलायन: सुबोध उनियाल

उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, उत्तराखण्ड द्वारा ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के अन्तर्गत मसाला एवं सब्जी उत्पादन को प्रोत्साहित करने हेतु आयोजित मसाला एवं सब्जी महोत्सव धूमधाम से संपन्न हुआ। इसके बाद कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल समेत मौके पर उपस्थित सभी विभागों के अधिकारियों, कृषकों व विभिन्न समूहों ने सामूहिक रूप से गंगा आरती कर आशीर्वाद ग्रहण किया।

पूर्णानंद मैदान में आयोजित मसाला एवं सब्जी महोत्सव के अंतिम दिन कार्यक्रम में दर्जन भर से अधिक पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढोल, दमाउं और मशकबीनें बजाकर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन पर कैबिनेट मंत्री ने सभी अधिकारियों, किसानों और समूहों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से बागवानी सेक्टर को प्रदेश में बढ़ावा मिलेगा, जिससे युवाओं का पलायन रोका जा सकेगा और देश को आर्थिक रूप से मजबूत करने में सहायता मिलेगी। इसके बाद सभी ने भरत घाट में आयोजित गंगा आरती में भाग लिया। मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष मुनिकीरेती रोशन रतूडी, नरेंद्रनगर मंडी अध्यक्ष वीर सिंह रावत, समाज सेवी चन्द्रवीर पौखरियाल, नरेंद्रनगर मंडी अध्यक्ष वीर सिंह रावत, क्रेजी फेडरेशन अध्यक्ष मनीष डिमरी, समाजसेवी बचन पोखरियाल, अपर सचिव डॉ राम विलास यादव, निदेशक कृषि विभाग डॉ परमाराम, निदेशक रेशम एके यादव, प्रबंधक निदेशक जैविक एके उपाध्याय, संयुक्त निदेशक कृषि जेसी कैम, उत्तराखंड निदेशक उद्यान विभाग डॉ एचएस बवेजा, जिला उद्यान अधिकारी डॉ डीके तिवारी, मनोज बिष्ट, शंकर नौटियाल आदि उपस्थित थे।


सत्र कार्यक्रम

बृहस्पतिवार को मसाला एवं सब्जी महोत्सव में आयोजित तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डा0 राम बिलास यादव, अपर सचिव, कृषि एवं कृषक कल्याण, उत्तराखण्ड शासन ने की। सत्र के दौरान न्यूयार्क से आई वक्ता अदिति चौहान ने भोजन तैयार करने में मसालों के उपयोग की तकनीकी एवं स्वास्थ्य लाभ विषय पर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से प्रकाश डाला।

 

डा0 ओमवीर सिंह, प्रोफेसर, गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पन्तनगर ने मसाला एवं सब्जियांे के तुडाई विषय पर व्याख्यान दिया। डा0 सुनील परीक, एसोसिएट प्रोफेसर, एन0आई0एफ0टी0ई0एम0, सोनिपत, हरियाणा ने सब्जी प्रसंस्करण से उद्यमिता विकास के सम्बन्ध में बताया। डा0 दीप नारायण यादव, हैड सी0आई0पी0एच0ई0टी0, लुधियाना ने मूल्यवर्धन के लिए मसालों की क्रयोजेनिक ग्राइडिंग विषय पर प्रकाश डाला। डा0 अनील कुमार, जे0आर0ओ0, गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पन्तनगर ने मसाला प्रसंस्करण से मूल्य संवर्धन एवं पैकेजिंग विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए मूल्य संवर्धन से कास्तकारों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ किये जाने के बारे में बताया। डा0 बृजेश कुमार गुप्ता, उप निदेशक, राजकीय उद्यान, काशीपुर ने उत्तराखण्ड में यूरोपियन एवं विदेशी सब्जी उत्पादन विषय पर व्याख्यान के माध्यम से उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में यूरोपियन एवं विदेशी सब्जी उत्पादन की सम्भावनाआंे अवगत कराया। हेमा कश्यप, पी0एम0एफ0एम0ई0 एवं मनीषा कौशल ने पर्वतीय क्षेत्रों की महिलाओं की ओर से अदरक के उत्पादों से मूल्य संवर्धन से आजीविका के अवसर विकसित करने के बारे में बताया। डा0 रोहित बिष्ट, खाद्य प्रसंस्करण अधिकारी, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उत्तराखण्ड ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजनान्तर्गत सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने हेतु विस्तृत रूप से जानकारी दी। निधि शर्मा, डा0 वाई0एस0पी0यू0एच0एफ0, सोलन, हिमाचल प्रदेश ने सजावटी सब्जियों एवं मसालों की बागवानी का बाजार निर्माण की दिशा में कदम विषय पर बताया। डा0 स्वेता नवानी, स्टेट लीड प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना की के विषय पर बताया कि पी0एम0एफ0एम0ई0 योजनान्तर्गत मुख्य रूप से राज्य के पर्वतीय क्षे़़़त्रों में कृषक/उद्यमी सूक्ष्म प्रसंस्करण इकाई स्थापित कर आजीविका के अवसर प्राप्त करते हुए बेरोजगार नवयुवकों को भी स्वरोजगार प्रदान कर सकते हैं।

काश्तकारों को किया सम्मानित

मसाला एवं सब्जी महोत्सव में काश्तकारों और विभिन्न समूहों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। महोत्सव में आयोजित प्रतियोगिता में उत्कृष्ठ उत्पादों का प्रदर्शन करने वाले 64 कास्तकारों को विभिन्न श्रेणियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त औद्यानिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान प्रदान करने वाले 45 कास्तकारों को सम्मान प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया तथा कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले 492 कास्तकारों को भी प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। साथ ही उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के 92 अधिकारियों/कर्मचारियों को उनके द्वारा कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए प्रदान किये गये सहयोग हेतु प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।