ऋषिकेश: उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानियों ने लव जिहाद तथा लैंड जिहाद पर व्यक्त की चिंता
ऋषिकेश: उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानियों की एक बृहद बैठक नगर निगम परिसर स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी हॉल में आहूत की गई ।
जिसमें वक्ताओं ने लव जिहाद तथा लैंड जिहाद जो उत्तराखंड में वर्तमान में तेजी से चल रहा है उस पर चिंता व्यक्त की गई। वक्ताओं ने कहा कि सरकार को चाहिए इस प्रकार के लोगों का जिलेवार कठोरता से सत्यापन करवाया जाए । ठेली वाले रेडे लगाने वाले लोग हैं उनका सत्यापन जरूर करवाया जाए। अभी हाल में ही मुख्यमंत्री धामी द्वारा जो धर्मांतरण निषेध अधिनियम कानून बनाया गया उसका सख्ती से पालन किया जाए। वक्ताओं ने यह भी कहा कि भू कानून हिमाचल की तर्ज पर तुरंत लागू किया जाए । मूल निवास कट ऑफ डेट 1950 पूर्व की भांति लागू किया जाए। इससे भी काफी रोकथाम हो सकती है राज्य निर्माण सेनानियों ने जो हाल में ही धामी द्वारा धर्मांतरण निषेध अधिनियम कानून बनाया गया वह अवैध रूप से जितनी भी मजारे बनी हुई थी । उनको ध्वस्त करवाया गया इसके लिए भी हम धामी को तो बधाई देना चाहते हैं। राज्य निर्माण सेनानियों ने कहा कि अगर समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो भविष्य में इसके दुष्परिणाम साबित हो सकते है।
राज्य निर्माण सेनानियों ने सरकार से यह भी मांग की पर्वतीय जिलों की संख्या भी बढ़ाई जाए आने वाला 2026 में परिसीमन क्षेत्रफल के आधार पर करवाया जाए।
राज्य निर्माण सेनानियों ने सरकार को चेतावनी देते कहा कि अगर ऐसे लोगों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो राज्य निर्माण सेनानी सड़कों पर उतर कर जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे । जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी उत्तराखंड में अभी तक पुरोला उत्तरकाशी देहरादून गोचर डोईवाला जहां भी लव जिहाद के प्रकट हुए हैं उसकी हम सब घोर निंदा करते हैं।
बैठक के अंत में राज्य निर्माण सेनानी शंभू प्रसाद कंडवाल गीतानगर निवासी, गीताराम उनियाल अमितग्राम निवासी, पुरुषोत्तम दत्त नौटियाल ढालवाला निवासी, सूरत सिंह पुंडीर देहरादून निवासी के आकस्मिक मृत्यु पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए 2 मिनट का मौन रखकर इन चारों लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा भगवान से प्रार्थना की गई इनको अपने चरणों में स्थान दे तथा ऐसे दुख की घड़ी में परिवार पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें ।
बैठक में मुख्य रूप से वेद प्रकाश शर्मा, डीएस गुसाईं, गंभीर मेवाड़, बलवीर सिंह नेगी, विक्रम भंडारी, हुकम पोखरियाल, महादेव सिंह राणा, बेताल सिंह धनाई, सत्य प्रकाश ज़ख्मोला, मायाराम उनियाल, जुगल किशोर बहुगुणा, बृजेश डोभाल, युद्धवीर सिंह, हरि सिंह नेगी, कुसुम लता शर्मा, उर्मिला डबराल, कमला पोखरियाल, सत्तो रामगढ़, चंद्र उनियाल, सुशीला राणा, रोशनी खरोरा, जयंती नेगी, सुशीला सजवान, कमला रौतेला, पुष्पा रावत, मनोरमा चमोली, देवेश्वरी रावत , शिवानी नौटियाल सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे