ऋषिकेश : गौहरी माफ़ी गाँव में सिंचाई विभाग के बाढ़ सुरक्षा कार्य में बड़ा घोटाला का आरोप लगा…कार्रवाई की मांग, नहीं तो हाईकोर्ट जाने के चेतावनी

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ऋषिकेश : हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग पर रायवाला क्षेत्र में गौहरी माफ़ी गाँव है. यह गाँव बरसात में बाढ़ के पानी से परेशान रहता है. उस पानी को रोकने के लिए सामान्य समय में बाढ़ रोधी कार्य सरकार द्वारा किये जा रहे हैं.यह काम सिंचाई विभाग कर रहा है. पुष्टि बनाये जा आरहे हैं ताकि बढ़ का पानी गाँव में न आये. लेकिन अब इस काम में घोटाला का आरोप लगाया है पूर्व प्रधान गौहरी मांफी संजय पोखरियाल व् अन्य ग्रामीणों ने. सम्बंधित मामले में जल्द शिकायतकर्ता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलेंगे.

शुक्रवार को, ऋषिकेश में PWD गेस्ट हाउस में प्रेस वार्ता करते हुए गाँव के पूर्व प्रधान संजय पोखरियाल ने आरोप लगाया, गौहरी माफी में सिंचाई विभाग द्वारा बाढ़ सुरक्षा योजना के दौरान बनाए जा रहे हैं. लाखों रुपए के पुस्तों में बड़े लेवल पर भारी घोटाला किया गया है। जिसकी उच्च स्तरीय जांच कर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह जल्द मुख्यमंत्री से मिलेंगे और फिर भी कुछ नहीं हुआ तो हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय पोखरियाल, सोहनलाल उनियाल, कृष्णा डोभाल और देवेंद्र सेमवाल ने संयुक्त रूप से आरोप लगाते हुए शुक्रवार को पत्रकारों को बताया सिंचाई विभाग द्वारा सुरक्षा पुस्ते के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया है। देवेंद्र सेमवाल ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी लेकिन वो नहीं दी गयी. सीएम पोर्टल में शिकायत दर्ज की गयी है. उसके बाद अधीक्षण अभियंता देहरादून सिंचाई कार्यमंडल ने खुद जांच की और रिपोर्ट खुद ही सौंप दी अपने अधिकारियों को. जबकि पोखरियाल का कहना है शिकायतकर्ता को बुलाया भी नहीं गया यह शिकायत देवेंद्र सेमवाल ने दर्ज की थी.

प्रेस वार्ता में आरोप लगाया गया, एक जगह गाँव में प्रॉपर्टी डीलर के निजी खेत में लगभग 25 से ₹30 लाख की दीवार का निर्माण कर 4 करोड़ 11 लाख की लागत से बनाकर सुरक्षा दीवार योजना के नाम पर घोटाला किया गया है. जबकि ग्रामीणों को उस दीवार से कोई लाभ नहीं है. पुस्ते में घटिया मैटीरियल लगाकर सरकार को धोखा दिया जा रहा है. इस मामले में सूचना आयोग में विभाग पर 25000 का जुर्माना भी लगाया गया था. उन्होंने कहा कि 9 करोड़ 65 लाख रुपए की लागत से बनने वाली बाढ़ सुरक्षा दीवार में बहुत ही खराब सामग्री लगाकर पुस्तों का निर्माण किया जा रहा है. जिसमें सांग नदी से सामग्री लगाई जा रही है.पोकलैंड और जेसीबी लगाई गयी नदी में और ठेकेदारों ने मैट्रियल खुदान किया और विभाग ने उसी को डायवर्जन दिखा दिया और पैसा हड़पने का उन्होंने आरोप लगाया है. जिसे लेकर स्थानीय नागरिकों में भी भारी रोष है. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर संबंधित विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए. यदि नहीं गई तो वह हाईकोर्ट के दरवाजे पर दस्तक देंगे।इसके अलावा पोखरियाल ने कहा, राज्य योजना, प्री मॉनसून,दैविक आपदा और नाबार्ड से जो पैसा मिला वह पुरानी योजनाओं को नाप कर इसको नया दिखा दिया गया. साथ ही यह भी आरोप लगाया पोखरियाल ने जनप्रतिनिधि और विभाग की मिलीभगत से यह सारा काम किया गया और भ्रस्टाचार को अंजाम दिया गया. वे 27 फ़रवरी को मुख्यमंत्री का ऋषिकेश दौरे के दौरान उनको ज्ञापन सौंपेंगे और जांच की मांग करेंगे.