ऋषिकेश: ठेकेदारों ने ई-निविदा (ई-टेंडरिंग) का किया विरोध, सिंचाई विभाग कार्यालय का तालाबन्दी कर किया धरना प्रदर्शन
ऋषिकेश: उत्तराखण्ड राज्य में ठेकेदारी में शासन-प्रशासन द्वारा लागू ई-निविदा (ई-टेंडरिंग) के विरोध में आज सोमवार को संजय पोखरियाल -कार्यकारी अध्यक्ष ठेकेदार संघ ऋषिकेश के नेतृत्व में ऋषिकेश,रायवाला के ठेकेदारों (10-12) द्वारा समय 11ः00 बजे से 01:00 बजे दोपहर तक सिंचाई विभाग कार्यालय त्रिवेणीघाट ऋषिकेश में सांकेतिक तालाबन्दी कर एक दिवसीय धरना दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान गौरी माफी के पूर्व प्रधान व अध्यक्ष ठेकेदार संघ संजय पोखरियाल ने कहा कि एक तरफ तो मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार व सिचांई मंत्री कह रहे है कि हम छोटी-छोटी निविदयें कर के स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देंगें ओर दूसरी तरफ ई-टेंडरिंग से बडे काम बडे अपने चहिते ठेकेदारों को लाभ पहुचाने का काम कर रहे है यहा पर लमरोहा, गाजियाबाद, नोएडा से ठेकेदार आ कर नविदायें डाल कर चले जा रहे है और जो उत्तराखण्ड के ठेकेदार है जो कोरोना काल से परेशान रहे है, जिन्होने सोचा की उत्तराखण्ड राज्य निर्माण से हमारा विकास होगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार भी पाएगें आज उन्हीं लोगों को रोजगार से वंचित कर दिया। अगर सरकार बडी निविदायें निकालती है इसके साथ-साथ छोटे ठेकेदारों के हितो को भी ध्यान में रखा जाए उनकों भी काम से वंचित न रखा जाए।
आज जितने भी डी, सी क्लास व ए, बी जो बी में नहीं आ रहे है वो लोग आज बेराजगार हो गए है। इस कारण जिन ठेकेदारों ने लोन लिया है व अपना लोंन नहीं चुका पा रहे है। इस लिये हम सरकार से मांग करते है कि सरकार छोटे ठेकेदारों का भी ध्यान रख उन्हें कार्य दे। अगर सरकार द्वारा हमारी मांग नहीं मानी जाती तो हमारे द्वारा दिनांक 01.12.2021 को मुख्यालय सिचांई विभाग कार्यालय यमुना कॉलोनी देहरादून में धरना, उच्च अधिकारियों का घेराव/तालाबन्दी की जाएगी। कार्यक्रम में संजय पोखरियाल उक्त के नेतृत्व में 10-12 द्वारा उपजिलाधिकारी ऋषिकेश कार्यालय पहुंच कर अपनी मांग से सम्बन्धित राज्यपाल उत्तराखण्ड सरकार को सम्बोधित एक ज्ञापन दिया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से रमेश रंगड, भगवती प्रसाद, नरेश विष्ट, विक्की पंवार, महेश चौहान, हर्षपति सेमवाल, शीशपाल पोखरियाल, बालेश्वर प्रसाद, हुकम सिंह, चंदन सिंह, कैलाश मणि सूडी, पदम सिंह बगियाल, अतर सिहं रावत, सुखदेव शर्मा, भूपेन्द्र सिंह कलूडा आदि रहे।