ऋषिकेश :परमार्थ निकेतन में रोटरी क्लब मेरठ स्टार्स, रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय डिस्ट्रिक्ट 3100 की दो दिवसीय अन्र्तनगरीय सभा का आयोजन
ऋषिकेश :परमार्थ निकेतन गंगा के पावन तट पर रोटरी क्लब मेरठ स्टार्स, रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय डिस्ट्रिक्ट 3100 की दो दिवसीय अन्र्तनगरीय सभा का आयोजन किया जा रहा है। इस परिपेक्ष्य में आज स्वामी चिदानन्द सरस्वती के पावन सान्निध्य में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि परमार्थ निकेतन और रोटरी ने मिलकर सूनामी, भूकम्प और कोरोना में अद्भुत कार्य किया है। इस अवसर पर स्वामी जी ने शिक्षा के साथ संस्कार और हैप्पी स्कूल के साथ हैल्दी स्कूल के विषय में चर्चा की।
स्वामी जी ने कृषि और ऋषि संस्कृति का उल्लेख करते हुये कहा कि यह अपने लिये नहीं बल्कि समाज के लिये जीने की संस्कृति है। पहाड़ों पर अतंरफसल और स्मार्ट फार्मिग के विषय में भी जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज से कुपोषण की समस्या का समाधान प्राप्त हो सकता है।
स्वामी ने कहा कि रोटरी ने पोलियो के लिये अद्भुत कार्य किया है अब पोल्यूशन के लिये कार्य करने का समय है। यह दो दिवसीय आयोजन विचारों के कुपोषण को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
पे्रसवार्ता में स्वामी ने बेटियों के नाम लगेंगे पेड़ योजना के विषय में जानकारी देते हुये कहा कि बेटियों को सामान नहीं बल्कि सम्मान चाहिये। शिक्षा के माध्यम से हम अपने राष्ट्र को समृद्ध, सशक्त, शक्तिशाली और सुरक्षित कर सकते हैं।
इंटरसिटी चैयरमेन, प्रीतीश कुमार सिंह ने बताया कि रोटरी क्लब ने भारत सरकार के साथ एक एमओयू साइन किया है कि वर्ष 2028 तक भारत को 95 प्रतिशत तक साक्षर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि माननीय मोदी जी के नेतृत्व और पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती के आशीर्वाद से इस लक्ष्य को निश्चित रूप से प्राप्त किया जायेगा।
इंटरसिटी काउंसलर, हरी गुप्ता जी ने बताया कि दूर-दराज के क्षेत्रों में शिक्षा को पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। लड़कियों में साक्षरता का प्रतिशत बढ़ाने के लिये दसहजार साइकिल वितरित की जायेगी। उन्होंने कहा कि परमार्थ निकेतन के दिव्य वातावरण में इस कार्यक्रम का आयोजन करने पर भारतीय संस्कृति का समावेश होगा।
इस अवसर पर हरी गुप्ता , इंटरसिटी काउंसलर, प्रीतीश कुमार सिंह, इंटरसिटी चैयरमेन, अजय गुप्ता, इंटरसिटी काउंसलर और अन्य सदस्य उपस्थित रहे।