ऋषिकेश : श्यामपुर में कुमाऊंनी सभा द्वारा ‘खड़ी और बैठकी’ होली का शानदार आयोजन किया गया, ढोल, हुड़क के थाप पर थिरके होल्यार
ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) श्यामपुर में कुमाउँनी सभा द्वारा रविवार को होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में कुमाऊं की प्रसिद्द बैठकी और खड़ी होली का आयोजन किया गया है।आपको बता दें होली देखनी हो तो कुमाऊं चले जाइये, कुमाऊं क्षेत्र में लगभग एक महीने पहले से वहां पर होली गायी जाती है, खड़ी और बैठकी होली प्रसिद्ध है कुमाऊं की. ऐसे में ऋषिकेश में कुमाऊं क्षेत्र के जो लोग रहते हैं उन्होंने इसका आयोजन किया गया था.
अपनी संस्कृति को जीवित रखने और युवा पीढ़ी को रूबरू करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था. आपको बता दें, कुमाऊं क्षेत्र में 6 जिले आते हैं जिनमें नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर,चम्पावत, पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर हैं. 7 जिले गढ़वाल क्षेत्र में हैं. वर्तमान में कुल 13 जिले हैं उत्तराखंड में. कुमाऊं में लोग कहावतें हैं, पुराने लोग होली खेलने, गाने और होली में होल्यार बनने के लिए नौकरी तक छोड़ के आ जाते थे. आज भी उसी होली की धूम मौजूद है. सबसे ख़ास बात कुमाऊं में होली काफी अनुशासित होती है. जो देखते ही बनती है. चम्पावत, लोहाघाट, अल्मोड़ा, नैनीताल की होली का तो क्या कहना.
कार्यक्रम के दौरान होल्यार होली के गीतों और गुलाल में झूमते नजर आए। होल्यार का मतलब होली गाने वाले महिला और पुरुष. सभी मिल कर गाते हैं. कुमाऊं में शास्त्रीय रागों पर आधारित बैठकी और कदमताल के साथ खड़ी होली में समूहबद्ध होकर होली गायन किया गया शास्त्रीय रागों में काफी, जंगला काफी, विहाग, देश, जैजैवंती, परन, बागेश्वरी, श्याम कल्याण, परज, झिंझोटी, जोगिया, भैरवी, खम्माज, पीलू, बहार आदि रागों में होली गायन होता है। खड़ी होली में समूहबद्ध होकर गायन किया गया इसमें दो पक्ष बनाए गये एक पक्ष होली गायन शुरू करता है तो दूसरा पक्ष उन स्वरों को दोहराता है। होली गायन में हारमोनियम, तबला, ढोलक, ढोल, दमाऊं, मजीरा, हुड़का समेत तमाम स्थानीय वाद्य यंत्रों का प्रयोग किया गया.
इस दौरान नंदन जोशी. गिरीश चंद्र सोठा, चंद्र शेखर पांडे,जगदीश पांडे,महेश पाठक,संजय बोरा,मुकुल दुर्गापाल,तारादत्त चंदोला, बाला दत्त पांडे, भुवन चंद्र फुलारा,भावेश जोशी, ललित चंदोला, कृष्णा तिवारी,इंदु जोशी,बसंती सोता,शोभा उप्रेती,प्रेम सिंह रागी,प्रभा जोशी,गीता रावत,विमला बोरा,हरीश उप्रेती, दिनेश भट्ट,चंद्र बल्लभ कर्नाटक,विजय कर्नाटक, पुष्पा पांडे, बसंती चंदोला,मनोहर पांडे,मारकंडे, विवेक तिवारी आदि कुमाउँनी लोग मौजूद रहे.