ऋषिकेश :संतों की चेतावनी..! पौराणिक स्थानों पर मांस मदिरा पर रोक नहीं लगाई गई तो संत समाज सड़क पर उतर कर अब विरोध करने पर मजबूर होगा, 14 मार्च को जुटेंगे संत

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-जब राजा ही धृतराष्ट्र बन बैठा हो तो कृष्ण को सुदर्शन चक्र उठाकर निकलना ही पड़ेगा या तो परशुराम बनो या फिर धृतराष्ट्र बनो: महामंडलेश्वर दयाराम दास जी महाराज

ऋषिकेश : रविवार को सच्चिदानंद आश्रम शीशम झाड़ी में अखिल भारतीय संत समिति ऋषिकेश के संयुक्त तत्वाधान में महामंडलेश्वर स्वामी दया रामदास महाराज की अध्यक्षता में एक सामूहिक संतो द्वारा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक का संचालन कर रहे तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज बैठक में सभी संत समाज ने बैकुंठवासी महामंडलेश्वर व्याकरणचार्य वेदांताचार्य स्वामी सच्चिदानंद महाराज को उनकी चतुर्थ पुण्यतिथि पर अखिल भारतीय संत समिति विरक्त वैष्णव मंडल के सभी संतो ने उनकी मूर्ति पर पुष्प हार एवं भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान संतों को भोजन भी करवाया गया.

अंध विद्यालय खोलना चाहते थे वैकुंठवासी महामंडलेश्वर व्याकरणचार्य वेदांताचार्य स्वामी सच्चिदानंद महाराज-
इस दौरान सच्चिदानंद आश्रम के महंत स्वामी चेतन स्वरूप महाराज ने कहा महारज जी की इच्छा थी एक अंध विद्यालय खोलने की, वे चाहते थे यह विद्यालय खुले, हम उसी पर काम कर रहे हैं. जल्द हम कहीं पर विद्यालय खोलेंगे.उन्होंने कहा महाराज जी अपने पूरे समाज को साथ ले कर चलना चाहते थे.

इस अवसर पर महामंडलेश्वर दयाराम दास जी महाराज ने कहा कि आज के परिवेश में जहां उत्तराखंड की तपोभूमि ऋषिकेश जिसे तीर्थ नगरी भी कहा जाता है वही आज जगह जगह तीर्थ स्थानों पर शराब की दुकानें मास अंडा खुलेआम परोसा जा रहा है संत समाज ने रोष प्रकट करते हुए सभी संत समाज को एकजुट कर इसका विरोध किया जाएगा जिससे कि हमारे आने वाली युवा पीढ़ी इस नशा से बच सके. सरकार द्वारा जगह जगह पौराणिक स्थानों पर मधुशाला खुले जाने पर मठ मंदिरों का भी अस्तित्व नहीं रह गया है संत समाज आज के परिवेश में बड़ा दुखित है अगर सरकार की ओर से मांस मजदूरों पर रोक नहीं लगाई गई तो संत समाज सड़क पर उतर कर विरोध करने पर मजबूर होगा.अनिश्चित काल के लिए अनशन पर भी बैठेंगे. जब राजा ही धृतराष्ट्र बन बैठा हो तो कृष्ण को सुदर्शन चक्र उठाकर निकलना ही पड़ेगा या तो परशुराम बनो या फिर धृतराष्ट्र बनो. यह सब कुछ अपनी आंखों के सामने देखते रहो अब ऐसा नहीं चलेगा.

आश्रमों में ऑनलाइन भी मांस मदिरा मंगाई जा रही है, होगा इसका विरोध-
बात करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी दयारामदास जी महाराज ने जानकारी दी, आज अखिल भारतीय संत समिति की बैठक भी हुई आज यहाँ पर, कुछ संतों को जोड़ा गया है, पदाधिकारी बनाये गए हैं. जो रिक्त पद था उनको भरना था. भगवान् भवन के महंत अलोक हरी जी को जोड़ा गया है समिति में. चेतन स्वरुप महाराज जी को भी जोड़ा गया है.

अखिल भारतीय संत समिति के साथ की बैठक में संतों द्वारा तय हुआ है. ऑनलाइन मांस मदिरा आश्रमों में भी पहुँच रहा है. वे लोग भोजन मंगाते हैं वह पहुँच भी जाता है. हम लोगों को तो पता नहीं चलता लेकिन इसका विरोध किया जायेगा. यहाँ पर मांस मदिरा का विरोध होना चाहिए. तीर्थ नगरी को तीर्थ रहने दो इसको बर्बाद मत करो. महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास जी महाराज ने बताया सम्बंधित मामले में इसी महीने 14 मार्च को शाम को साढ़े तीन बजे संत जुटेंगे और भगवान् चालीसा का पाठ होगा और उसके बाद कुछ ठोस कदम उठाया जायेगा. यह बैठक तपोवन क्षेत्र में होगी लेकिन अभी जगह तय नहीं हुई है विचार विमर्श के बाद बैठक की जाएगी. काफी संख्या में संत जुटेंगे उस दिन. तपोवन, मुनि की रेती, ऋषिकेश,लक्ष्मण झूला, राम झूला आस पास के जितने संत हैं वे सभी आएंगे.

इस अवसर पर महामंडलेश्वर दयाराम दास जी महाराज, स्वामी चेतन स्वरूप महाराज, स्वामी श्याम स्वरूपानंद महाराज, स्वामी ज्ञानेंद्र गिरी स्वामी शिवानंद, स्वामी सच्चिदानंद, स्वामी राम चेतन,स्वामी राम कृपालु, स्वामी महाप्रसाद, स्वामी रामानंद, महंत रवि प्रपन्नाचार्य, स्वामी अखंडानंद सरस्वती, स्वामी रामचंद्र गिरी, स्वामी आलोक हरि गिरी महाराज, स्वामी करुणा शरण, स्वामी शांताराम, मोनी बाबा, स्वामी कृष्णानंद आदि संत उपस्थित रहे.