ऋषिकेश : ऋषिकेश : 20 बीघा में पार्षद गुरविंदर सिंह गुर्री द्वारा लोहड़ी का पर्व धूमधाम… हर्षोल्लाश के साथ मनाया गया । देखिए वीडियो
ऋषिकेश : आई देखो भई लोहड़ी आई……इन गानों के साथ लोहड़ी का पर्व मकर संक्रांति से पहले शाम को मनाया गया आज. 20 बीघा में लोहड़ी पर्व धूम धाम से मनाया गया.
लोहड़ी कार्यक्रम शुरू होने से पहले “अरदास” जन समूह के साथ मिलकर लगाई गए। परमपिता परमेश्वर से विश्वशांति की कामना की।
शुक्रवार की शाम जैसे जैसे ढलती गयी लोहड़ी मानाने वालों का जोश बढ़ता गया. ऋषिकेश क्षेत्र के 20 बीघा कॉलोनी में लोहड़ी का पर्व धूम धाम से मनाया गया. पार्षद सरदार गुरविंदर सिंह गुर्री के सौजन्य से यह पर्व यहाँ पर आयोजित किया गया था. उनके द्वारा लोहड़ी पर्व का कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान ख़ास बात देखने को मिली वो थी गढ़वाल और कुमाऊं और अन्य राज्यों के लोग लोहड़ी मानाने एकत्रित हुए थे. लोहड़ी पर्व कार्यक्रम का शुभांरभ मुख्य अतिथि महंत लोकेश दास द्वारा किया गया. लोहड़ी पर्व को मनाने के लिए सभी पंजाबी परिवारों को सरदार गोविंदर सिंह गुर्री द्वारा जोड़ कर “वसुदेव कुटुंबकम” पंजाब की रीति रिवाजों के अनुकूल कार्यक्रम किया गया था. आपको बता दें लोहड़ी पर्व पंजाबी समाज में एक महत्वपूर्ण तयोहार है. इसलिए हम सभी अपने घरों में भी इस त्योहार को मनाते हैं. साथ ही अन्य समुदाय के लोग भी इस त्यौहार पर बढ़चढ़ कर पंजाबी समुदाय के साथ मनाते हैं.
वही महंत लोकेश दास ने कहा लोहड़ी पंजाब के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इसकी रौनक पूरे उत्तर भारत में देखते ही बनती है। भारत ही नहीं विदेशों में भी लोहड़ी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। जहांजहां पर पंजाबी समुद्दय रहता है इस पर्व को मनाता है. हर साल की तरह इस बार भी लोहड़ी का त्योहार 13 जनवरी को मनाया गया. लोहड़ी पर्व के दौरान लोगों का उत्साह देखते ही बनता है। इस दिन लोगों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। लोहड़ी का पर्व फसलों से जुड़ा पर्व है। लोहड़ी वाले दिन शाम को सभी आग जलाते हैं और पूरा परिवार साथ आता है। ढोल-नगाड़े बजाए जाते हैं.और भंगड़ा, गिद्दा किया जाता है. आग में चढ़ावे के तौर पर मूंगफली, पॉपकॉर्न, रेवड़ियां गजक इत्यादि डालते हैं।
वही नगर निगम पार्षद गुरविंदर सिंह गुर्री ने कहा लोहड़ी के पर्व के दिन एक दूसरे से मिला जाता है और इस पर्व की शुभकामनाएं दी जाती हैं। लोहड़ी के मौके पर आप भी अपने परिवार और दोस्तों के साथ खुशियां बांटते हुए ये शुभकामना संदेश भेज सकते हैं। मैं हर साल यहाँ पर लोहड़ी का कायक्रम करता हूँ और सभी लोग यहाँ पर शिकरत करने आते हैं. इस दौरान 20 बीघा इलाके के अलावा बापू ग्राम और अन्य क्षेत्रों से भी काफी संख्या में लोग लोहड़ी का पर्व मानाने आये थे. जैसे जैसे शाम ढलती गयी और लोहड़ी के पर्व मानकर लोग प्रसाद ले कर अपने घरों को चल दिए आने वाले समय के लिए सुख समृद्धि की कमाना लिए हुए. ……