किन्नर अब नहीं कहलायेंगे उपेक्षित …जारी हुए पहचान पत्र ..
हमारे समाज में स्त्री पुरुष के अलावा एक और वर्ग रहता है जो हमेशा से उपेक्षित रहा है, लेकिन देहरादून ने एक पहल कर उस वर्ग को पहचान दिलाई है.
आपको बता दे कि किन्नरों को पहचान देने वाला देहरादून राज्य का पहला जिला बन गया है। समाज कल्याण विभाग की ओर से जिले के दो किन्नरों को पहचान पत्र जारी किए गए हैं। इससे किन्नर उपेक्षित नहीं कहलाएंगे और मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे।
समाज कल्याण अधिकारी हेमलता पांडेय ने बताया कि जिलाधिकारी के प्रयासों से विक्रम उर्फ काजल थापा और सुनील उर्फ अदिति शर्मा को आईडी कार्ड जारी किया गया है
भारत सरकार ने ट्रांसजेंडर पर्सन्स एक्ट 2019 के क्रम में ट्रांसजेंडर को आईडी कार्ड जारी करने के उद्देश्य से विशेष पोर्टल बनाया है। इस पर आईडी कार्ड के लिए किन्नर आवेदन कर सकते हैं।
साथ ही अपनी इच्छा से नाम भी परिवर्तित कर सकते हैं। पहचान पत्र मिलने से किन्नर किसी भी बैंक से लोन लेकर बिजनेस भी कर सकते हैं और सरकारी योजना का लाभ भी उठा सकते हैं।