कुंभ टेस्टिंग घोटाले में किए गए ये 2 बड़े अधिकारी निलंबित ,अभी और पर भी होगी कार्यवाही
Uttrakhand Times / Haridwar:-हरिद्वार महाकुम्भ मेला हर 12 सालो में एक बार आता है मान्यता है कि कुंभ स्नान करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही जातकों को पितरों का भी अशीर्वाद मिलता है लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे हैं जिनको महाकुंभ की बड़ी जिम्मेदारी मिली और उन्होंने इसका फायदा उठाया महाकुंभ घोटाले को अंजाम दिया ।
आपको बता दे कि कुंभ घोटाले की जांच में फंसे अधिकारी सरकार ने हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान कोरोना जांच में हुए फर्जीवाड़े के मामले में दो अधिकारी निलंबित। शासन ने कुम्भ मेला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अर्जुन सेंगर और नोडल अधिकारी एन के त्यागी को किया निलंबित। दोनों को कोरोना जांच में सही तरीके से निगरानी न करने और बिना जांच के 30 लाख के बिल जारी करने के आरोप में निलंबित किया गया है।
मंत्री धन सिंह रावत से जब आज पत्रकारों ने इसपर पूछा तो उन्होंने कल इसपर विस्तार से बताने की बात कही माना जा रहा है कि रिपोर्ट में कुम्भ में कार्य कर रहे कई स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की संलिप्तता की पुष्टि हुई है बड़ी बात है कि कुछ समय पहले ही हरिद्वार के जिलाधिकारी ने सीडीओ के द्वारा की गई जांच की रिपोर्ट स्वास्थ सचिव अमित नेगी को सौंपी थी जिसके बाद अब मंत्री धन सिंह रावत तक यह रिपोर्ट पहुंच गई। अधिकारियों पर आरोप इतने गंभीर हैं जिसके बाद इन अधिकारियों का निलंबन कर दिया गया है ।