केबिनेट मंत्री अग्रवाल ने जनता से आग्रह किया तम्बाकू, बीड़ी और सिगरेट की जगह इलायची, सौंफ को अपनाएं।
आज अंतर्राष्ट्रीय तंबाकू निषेध दिवस है जिसके तहत जगह जगह जागरूकता फैलाई जा रही है वहीं राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के पांचवें संस्करण की रिपोर्ट आई है । जिसमें बताया गया कि उत्तराखंड में 33.7 फ़ीसदी लोग तंबाकू, गुटका बीड़ी सिगरेट का सेवन, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 36.9 फीसदी और शहरी क्षेत्रों में 27.5 फ़ीसदी लोग तंबाकू, बीड़ी की लत में है।
वहीं उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अंतरराष्ट्रीय तंबाकू दिवस पर तम्बाकू निषेध को लेकर जन जागरूकता पर जोर देने को कहा है। उन्होंने तम्बाकू, निकोटीन, बीड़ी, सिगरेट के दुष्प्रभाव बताते हुए इसकी जगह सौंफ, इलायची को बेहतर बताया।
मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय तंबाकू दिवस पर अग्रवाल ने कहा कि हर वर्ग और हर उम्र के व्यक्ति के लिए तंबाकू या उससे बने उत्पादों, बीड़ी, सिगरेट आदि का सेवन हानिकारक है। खुद इस तरह के उत्पाद बनाने वाली कंपनियां भी इससे होने वाले दुष्परिणामों को भी बताती हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में तकरीबन 2700 लोग तंबाकू या इससे बनने वाले उत्पादों का सेवन करने से मृत हो जाते हैं। भारत में 50 फ़ीसदी लोग दूसरों के द्वारा बीड़ी सिगरेट के सेवन से निकलने वाले हुए से प्रभावित होते हैं। कहा कि उत्तराखंड में यह संख्या 85 फीसदी है।
अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने तंबाकू एवं अन्य तंबाकू उत्पाद जैसे गुटखा, खैनी, जर्दा, तंबाकू वाले मसाले, बीडी, सिगरेट, हुक्का, सिगार ऐसे तमाम उत्पादों को 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए प्रतिबंधित किया है। अग्रवाल ने आग्रह करते हुए कहा कि तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट की जगह इलायची, सौंफ को अपनाएं।