खाद्यान्न वितरण में बड़े पैमाने पर धांधली जारी है। उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया
संपादक पीयूष वालिया
सह संपादक अमित मंगोलिया
जिले में अधिकांश राशन की दुकानों पर खाद्यान्न वितरण में बड़ा खेल किया जा रहा है। राशन डीलर एक दिन में उपभोक्ता को गेहूं, चावल एवं दाल देने के बजाय अलग-अलग दिन बुला रहे हैं। कुछ दुकानों पर एक माह का राशन दिया तो कुछ जगह दो माह का राशन देकर तीन माह पर हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं।
लॉकडाउन के बीच आम जनता को राहत देने के लिए सरकार की ओर से तीन माह का खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। सभी दुकानदारों को निर्देश दिए हैं कि वह उपभोक्ताओं को समय से खाद्यान्न वितरित कराएं। खाद्यान्न वितरण में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। मॉनीटिरिग के लिए तमाम प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है, लेकिन खाद्यान्न वितरण में बड़े पैमाने पर धांधली जारी है। उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि अधिकांश जगह दुकानदार दो माह का राशन देकर तीन माह रजिस्टर में अंकित कर दे रहे हैं। इसके अलावा दाम भी अधिक लिए जा रहे हैं। एक साथ गेहूं, चावल, दाल देने के बजाए उपभोक्ताओं को तीन-तीन बार दुकान पर बुलाया जा रहा है। इस संबंध में सरकार पहले ही निर्देश दे चुकी है कि शिकायतों पर तत्काल निस्तारण करें। दोषी पाए जाने पर दुकानों के लाइसेंस निलंबित कर दिए जाएं।