घर पर ही बनेगा 5 साल से छोटे बच्चों का आधार कार्ड
Uttrakhand Times :- समय समय में टेक्नोलॉजी बदल रही है इसी तरह हमारे जीवन के स्तर में भी बदलाव हो रहा है . एक समय में ‘डाकिया डाक लाया’ कहावत काफी प्रचलित हुआ करती थी लेकिन अब यह पुरानी हो गई है, संचार सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला डाकिया अब घर-घर जाकर लोगों के आधार कार्ड (Adhar card) भी बनाएगा। उत्तराखंड में पहले चरण में 5 साल तक के बच्चों के कार्ड बनाए जाएंगे। डाकियों को ID मुहैया करवाई जा रही है। जल्द ही इसके लिए प्रशिक्षण देकर सेवा शुरू कर दी जाएगी।
दूरसंचार, मोबाइल सेवा के साथ तमाम तकनीकी क्रांति के बीच कहीं खो से गए डाकिए अब एक बार फिर अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर अपनी सेवाएं देंगे। डाकिए घर-घर जाकर 5 साल तक के बच्चों के आधार कार्ड (Adhar card) बनाएंगे।
वयस्कों के आधार कार्डों में mobile number अपडेट करने का काम भी करेंगे। इसके अलावा अन्य संशोधन भी किया जाएगा। विभाग की तरफ से जल्द प्रशिक्षण शुरू करवाया जा रहा है। इसके बाद अल्मोड़ा मंडल में यह सेवा शुरू हो जाएगी।
सामान्य इंश्योरेंस (insurance) की भी दी जाएगी सुविधा
घर-घर जाकर डाकिए आधार ही नहीं बनाएंगे बल्कि इंश्योरेंश (insurance) सेवाओं में भी भूमिका निभाएंगे। डाकिया जनरल इंश्योरेंस (general insurance) यानी वाहन, सुरक्षा आदि के बीमा भी करेंगे। इससे उपभोक्ताओं को घरों में ही सेवा का लाभ मिल सकेगा।
उत्तराखंड में अल्मोड़ा मंडल के डाकघरों में बागेश्वर जिले समेत लगभग 500 डाकिए तैनात हैं। इस योजना के लिए 65 डाकियों को आधार ID उपलब्ध करा दी गई हैं। इनमें 25 डाकियों के मोबाइल अपडेट कर दिए हें। अन्य डाकियों को भी ID मुहैया कराकर प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।
डाकियों के घर-घर जाकर शून्य से पांच साल तक के बच्चों का आधार बनाने और मोबाइल नंबर अपडेट करने का शासनादेश जारी हो गया है। डाकियों को प्रशिक्षण की तैयारी की जा रही है। प्रशिक्षण देने के बाद सेवा शुरू कर दी जाएगी।