चाँद ने ली सुहागिनों की सब्र की परीक्षा, बादलों में छिप कर बैठा था चाँद
करवाचौथ के चांद ने इस बार महिलाओं को खूब सताया, उनकी आज असली परीक्षा ली चांद ने लेकिन चन्द्र देव को भारतीय नारियों को अखण्ड सौभाग्य का आशीर्वाद देने के लिए आना ही पड़ा। भले देर में सही चन्द्र देव आये तो सही।
हर बार की तरह इस बार भी करवाचौथ में काफी उत्त्साह देखने को मिला। पिछला साल कोरोना की वजह से करवाचौथ में बाजार फीके ही रहे लेकिन इस बार बाजार में काफी रौनक देखने को मिली।महिलओं क़ी चूड़ी, बिंदी की दुकानों में काफी भीड़ लगी रही। मेहंदी लगाने वाले भी 3 दिन से काफी बिजी रहे। महिलाएं भी मेहंदी लगाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रही थी।
करवाचौथ पर चाँद के दर्शन देर रात ही हुए , रात10 बजे बाद ही चाँद ने बादलों के बीच से झांकना शुरू किया लगभग 10:30 पर साफ तरीके से दिखने लगे थे चाँद।
चाँद को जल चढ़ाने के बाद छलनी से चाँद को देखा जाता है फिर पति को देखते है उसके बाद पति अपनी पत्नी को पानी पिलाकर उसका व्रत खुलवाता है।
आपको बता दे चाँद के आने का समय 8:11pm बताया गया था लेकिन इस बार चाँद के आने के कोई आसार नजर नही आ रहे थे, क्योंकि कई जगहों पर बारिश का मौसम बन रहा था जिस वजह से कई महिलाओं ने पूर्व की दिशा की तरफ जल चढ़ा कर व्रत खोला। बहुत सी महिलाओ ने शिव शंकरकी फ़ोटो रखकर उनके मस्तिष्क में चाँद देखकर। व्रत खोला।