चिल्ड्रंस डे के अवसर पर बच्चों को मानसिक विकास विकसित करने के बारे में समझाया गया
ऋषिकेश –स्वामी दयानंद सरस्वती सुखानंद कैरियर पब्लिक स्कूल द्वारा बाल दिवस (चिल्ड्रंस डे) के अवसर पर बच्चों के मानसिक विकास एवं एकाग्रता का शक्ति को विकसित करने के लिए मुख्य अतिथि के रूप में प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, ऋषिकेश संस्था की प्रमुख बी0के0 आरती एवं उनकी सहायक बी के वंदना को आध्यात्मिक स्पीच के लिए तथा रोटरी क्लब ऋषिकेश दिवास की अध्यक्षा व सचिव को एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में आदरणीय स्वामी हमसानंदा (सेवा कोऑर्डिनेटर) एवं स्वामिनी विद्यानंद सरस्वती (दयानंद आश्रम) जी को एवं रोटरी जोन 20 के असिस्टेंट गवर्नर रो0 राजीव गर्ग को स्कूल के प्रिंसिपल गिरीश चंद उनियाल द्वारा कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया
इस अवसर पर स्कूल के सभी 800 बच्चों को संबोधित करते हुए आदरणीय राजयोगिनी बालब्रह्मचारिनी बी0के0 आरती ने अपने संबोधन में कहा कि एकाग्रता के लिए सबसे जरूरी है, शांति की शक्ति। और मन जब शांत होगा तभी सदगुण जैसे नमृता, वाणी में मधुरता आदि आएंगे एवं सकारात्मक सोच से ही मन नेगेटिव विचारों से मुक्त होगा बच्चों को बताया गया कि अच्छे विचार यानी पॉजिटिव एनर्जी और बुरे विचार माना नेगेटिव एनर्जी बच्चों को आपस में क्रोध, जलन, व बदले की भावना को खत्म करके अपने मन में शांति व खुशी की भावना का विकास करना है जिससे वे अपना मन एकाग्र चित्त कर अपनी पढ़ाई एवं परीक्षाओं में लगा सके। बदले की भावना मन की शांति को नष्ट कर देती है एवं मानसिक व शारीरिक विकास में बाधक बनती है।
बच्चों एवं सभी उपस्थित अध्यापक-अध्यापिकायो ने बड़े ध्यान से उनकी बातों को सुना व समझा, एवं बच्चों ने संकल्प किया, कि हमेशा सच बोलेंगे, क्रोध नही करने का प्रयास करेंगे, बदले की भावना खत्म कर देंगे, और हमेशा खुश रहेंगे। साथ ही बच्चों ने परमपिता परमात्मा का वास्तविक परिचय भी प्राप्त किया। कि सत्य ही शिव है शिव ही सुंदर है।
कॉलेज प्रबंधन, ब्रह्माकुमारी संस्था एवं रोटरी क्लब तीनों द्वारा संयुक्त रूप से यह प्रयास किया गया था कि बच्चों में पॉजिटिव एनर्जी एवं सोच का विकास होबाल दिवस के अवसर पर चाचा नेहरू की ड्रेस पहने एक छोटे बच्चे द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत गुलाब देकर किया गया।
इस अवसर पर स्कूल के प्रिंसिपल गिरीश चंद्र उनियाल द्वारा दिवास क्लब की सेक्रेटरी रो0 रेखा गर्ग, स्वामी हमसानंद महाराज, स्वामिनी विद्यानंद सरस्वती (दयानंद आश्रम), एवं डॉक्टर पाटिल (बेंगलुरु ) का कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए आभार व्यक्त किया।