जनरल मनोज मुकुंद नरवणे बने भारत के नए सीडीएस।
CDS बिपिन रावत की कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में अचानक निधन होने से CDS का पद रिक्त हो गया था। जिसपर केंद्र सरकार द्वारा त्वरित निर्णय लेते हुए जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को नए सीडीएस की जिम्मेदारी दी गई है।
बता दें कि जनरल रावत ने जनवरी 2020 में देश के पहले सीडीएस के तौर पर कार्यभार संभाला था। आम तौर पर CDS के पद के लिएआयु सीमा 65 वर्ष निर्धारित की गई है। पीएम मोदी ने 2019 में अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में एक सीडीएस की नियुक्ति की घोषणा की थी। CDS सीडीएस के हाथों में तीनों सेना यानि कि वायु सेना, थल सेना, नेवी की कमान होती है।
कई अहम मोर्चों पर काम कर चुके हैं नरवणे
चार दशकों से अधिक के अपने करियर में, नरवणे ने कई अहम मोर्चों पर काम किया है जिसमें एक जम्मू-कश्मीर और उत्तर पूर्व में शांति, क्षेत्र और अत्यधिक सक्रिय उग्रवाद विरोधी माहौल में कई कमांड और स्टाफ नियुक्तियों के लिए काम किया है। इसके अलावा उन्होंने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर एक पैदल सेना ब्रिगेड की भी कमान संभाली, इतना ही नहीं वह श्रीलंका में भारतीय शांति सेना का भी हिस्सा रह चुके हैं। और तो और उन्होंने तीन साल तक म्यांमार में भारतीय दूतावास में भारत के डिफेंस अटैची के रूप में काम किया था।
जनरल मनोज मुकुंद नरवणे की शिक्षा-
नरवणे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने रक्षा अध्ययन में मास्टर डिग्री, रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में एम. फिल डिग्री प्राप्त की है और वर्तमान में अपने डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रहे हैं.