ज्ञानवर्धक बाते आपके समझ में आए तो कॉमेंट दीजिएगा। जल संग्रह, संरक्षण और संवर्धन एवं ऋषिकेश के पर्यटन को लेकर सेतु फाउंडेशन के अध्यक्ष श्याम प्रकाश रतूड़ी का क्या कहना है सुनिए-
गंगा नदी एक नदी ही नहीं बल्कि हमारी संस्कृति है, हमारा जीवन- मरण का चक्र यानि जीवन का आधार मां गंगा से ही है। युगो युगो से हमको सींचने वाली गंगा आज प्रदूषण और गंदगी से जूझती जा रही है।
उत्तराखंड का तीर्थ धाम गंगोत्री गंगा का उद्गम स्थल है। अपने मायके में मां गंगा स्वच्छ और निर्मल बहे यह हम सभी उत्तराखण्ड वासियों का ध्येय भी होना चाहिए। जिसको लेकर उत्तराखंड सरकार के द्वारा पहल की जा रही है जिसमें गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों को स्वच्छ रखने के लिए प्रयास किया जा रहा है साथ में जो जल स्रोत हैं उनका संरक्षण करने के लिए भी पहल की जा रही है जिसे नाम दिया है समग्र गंगा अविरल गंगा निर्मल गंगा।
16 अप्रैल को परमार्थ निकेतन में प्रदेश भर से सैकड़ों स्वयंसेवी जुड़े गंगा को स्वच्छ निर्मल अविरल बनाने को लेकर एक विचार मंथन करने के लिए। सभी ने अपने विचार रखे।
सेतु फाउंडेशन के अध्यक्ष श्याम प्रकाश रतूड़ी भी शामिल हुए। इस अधिवेशन में जहां उन्होंने गंगा के संरक्षण संवर्धन को लेकर अपने विचार रखे साथ ही साथ ऋषिकेश को किस तरह का पर्यटन बनाया जाए जिससे कि ऋषिकेश की संस्कृति जो एक धार्मिक संस्कृति है तीर्थ संस्कृति है उसको हानि ना हो आइए सुनिए क्या कहते हैं श्याम प्रकाश रतूड़ी इस इंटरव्यू में