डोईवाला: माजरी ग्रांट में प्रसिद्ध दरबार में हॉलिस्टिक हीलिंग ट्रीटमेंट एंड ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन (H.O.O.) नई दिल्ली के द्वारा मोहित बाबा को प्रदान की गयी डॉक्टरेट की उपाधि

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डोईवाला : माजरी ग्रांट स्थित मोहित बाबा चिस्ती के दरबार में शनिवार को भक्तों की नहीं बल्कि प्राकर्तिक उपचार से जुड़े हुए शिक्षाविदों की जमात दिखी.दिल्ली से आये हुए समाज में शिक्षा से जुड़े हुए लोग खुद दरबार में आये और मोबित बाबा को डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की. 
दरबार में शनिवार को कोई मांगने नहीं बल्कि देने आया था. बाबा की निश्वार्थ भाव से जो जनसेवा की है अभी तक उसके एवज में. अब मोहित बाबा डॉक्टर मोहित बाबा के नाम से जाने जाएंगे जो क्षेत्र और राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है. यह एक मानद उपाधि है. माज माजरी ग्रांट में मोहित बाबा चिस्ती के दरबार में शनिवार को हॉलिस्टिक हीलिंग ट्रीटमेंट एंड ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन (H.O.O.) नई दिल्ली से खुद संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर वीरेंद्र राठी व डॉ अजीत कुमार द्वारा एक यूनिवर्सिटी से समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए पीएचडी की मानद डॉक्टरेट की उपाधि मोहित बाबा को प्रदान की गई दरबार में वक्ताओं ने बताया कि बाबा मोहित वर्मा विगत पांच-छह सालों से जनता की निस्वार्थ और निशुल्क सेवा कर रहे हैं तथा रोजाना दरबार में आने वाली जनता व स्वस्थ लोगों को लंगर की सेवा दी जाती है. उनके दरबार में न सिर्फ आसपास के लोग बल्कि पर्वतीय क्षेत्रों के साथ-साथ देश भर के विभिन्न राज्यों से वो टेलीविजन जगत के अभिनेता लोगों के साथ विदेशों से लोग आते हैं. साथ ही राजनीति से जुड़े हुए लोग भी आते रहते हैं.

होलिस्टिक हीलिंग का मतलब है समग्र उपचार. प्राकर्तिक तरीके से जो उपचार होता है उस पर काम कर रही संस्था H.O.O. ने मोहित बाबा को डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान कर बाबा के काम और सेवा को और इज्जत बक्शी है. वक्ताओं का कहना था बाबा मोहित वर्मा पहले से डॉक्टर थे लेकिन कागजों में भी अब उन्हें डॉक्टर मोहित बाबा के नाम से जाना जायेगा. कार्यक्रम के दौरान उनके पिता चतर सिंह का भी सम्मान किया गया. कहते हैं उनके दरबार से कोई खाली नहीं गया. वहां मौजूद भक्तों ने बताया ऐसे ऐसे मरीज आये जिन्हें हॉस्पिटल या मेडिकल साइंस ने जवाब दे दिया था वे दरबार से चल कर अपने घर गए हैं. फिर वो चाहे कैंसर के मरीज हो या फिर सायलसिस के या फिर पैरालिसिस के अधिकतर मरीज ठीक हुए हैं.वहां मौजूद भक्तों ने बताया बे औलाद दंपत्ति भी ख़ुशी-ख़ुशी अपने घर गए हैं. अभी तक कुल 1413 महिलाओं की गोद भर चुकी है. जो अपने आप में चमत्कार से कम नहीं है. जिन्हें मेडिकल साइंस ने नकार दिया था. वे बाबा के दरबार से पा कर गए हैं. कहते हैं, खवाज गरीब नवाज की विशेष मेहर है बाबा के दरबार में. बाबा मोहित के बारे में कहते हैं वे 11 वर्ष की उम्र से परिवार में अलग तरह के बच्चे की तरह दिखाई देते थे. उस उम्र में बच्चे परिवार से लेते हैं लेकिन बाबा ने परिवार को दिया ही है. बाबा आश्रम से बाहर कहीं नहीं जाते इसलिए खुद संस्थान के प्रतिनिधि दिल्ली से डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करने आये दरबार में. बाबा मोहित बाबा ध्यान में रहते हैं. इसलिए वे आश्रम से बाहर नहीं जाते हैं. अपने आश्रम और सेवादारों और आम जन को छोड़कर वे कभी नहीं जाते हैं.
दरबार में सभी धर्मों का आदर किया जाता है. ऐसे में भक्तों का हर धर्म से वहां पर आना लगा रहता है. कार्यक्रम के दौरान संस्थापक नमामि नर्मदा संघ के पंडित ख़ुशी राम महंत, मनोज पाल, चन्द्रभान पाल मुख्य अतिथि रहे. साथ ही इस दौरान दरबार के सेवादार के तौर ऊपर कमल सिंह राजपूत, कमल अरोड़ा, प्रवीण पाल, किशन नेगी अन्ना, शांति उनियाल, चिंटू, आकाश, प्रिंस, सावन, अमन वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे.