तीन साल बाद भी नही बना एक गरीब परिवार का मकान ग्राम प्रधान और उच्च अधिकारी मौन
भगवानपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम रोलहेड़ी गांव में एक पीड़ित परिवार रहता है जिसके सर पर छत नही खाने को राशन नही पर इस परिवार की और किसी का ध्यान नही दरअसल मामला भगवानपुर क्षेत्र के ग्राम रोलाहेड़ी का है जहाँ एक बहुत ही गरीब परिवार रहता है जिसका 3 साल पहले बारिश के कारण मकान गिर गया था जिसके चलते उन्होंने ग्राम प्रधान और तहसीलदार एसडीएम और उच्च अधिकारियों तक को मकान बनवाने की गुहार तक लगा डाली पर आज तक उन्हें माकन तो दूर उन्हें एक शौचालय तक नही मिला पीड़ित परिवार का कहना है कि हमने सभी अधिकारियों और अपने ग्राम प्रधान को बहुत बार मकान बनवाने को कहा है पर प्रधान का इस और कोई भी ध्यान नही है और हमारी सुनवाई इस लिए नही होई है क्योंके हम एक गरीब आदमी है इसलिये हमे आज तक कोई भी मदद नही हुई है पीड़ित परिवार का कहना है कि जिसमे मोके पर आकर अधिकारियों ने जांच भी की थी पर आज तक कोई भी लाभ नही मिला है पीड़ित शिमा का कहना है मेरे यहाँ कोई काम करने वाला नही है मेरे दो बेटियां है जिसमे पीड़ित परिवार ने पांच बार एसडीएम भगवानपुर को ज्ञापन दे चुके है पर फिर भी कोई सहायता नही मिली है पीड़ित परिवार को बारिश में भी भीगना पड़ता है शिमा का कहना है कि ग्राम प्रधान हमारी और देखना भी पसन्द नही करती है और हमारी साथ बत्तमीजी से पेस आती है क्या यही ग्राम प्रधान का कर्तव्य है कि जनता की सेवा करने की बजाय उनकी साथ अपनी मनमानी करे या यूं कहें कि ग्राम प्रधान की और अधिकारियों की मिलीभगत से तो कही गरीब परिवार को कोई सहायता नही मिल पा रही है या यूं कहें के हमारे देश का सिस्टम करप्ट हो चुका है कि पैसे वालो का काम तुरन्त होता है और हम जैसे गरीब आदमी को दरबदर भटकना पड़ता है पर फिर भी कोई लाभ नही होता है क्या गरीब आदमी के साथ इस देश मे ऐसा ही होता रहेगा गरीब आदमी की कोई सहायता नही की जाएगी