ऋषिकेश: छात्र- छात्राओ में नैतिक शिक्षा देने की जिम्मेदारी शिक्षक एवं अभिभावक की : संजय कुकशाल

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उत्तराखण्ड टाइम्स/ ऋषिकेश:- ऋषिकेश  के अंतर्गत श्यामपुर के दून इंस्टिट्यूट में क्षेत्र के सभी पत्रकारों बुलाकर एक वार्ता रखी गयी जिसमें विभिन्न गंभीर मुद्दों को लेकर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रिंसिपल तनुजा पोखरियाल ने बताया कि आज की जनरेशन का  कोविड 19 से हुए लोकड़ौउन के कारण मानसिक तौर पर काफी नुकसान हुआ है। स्कूल ,कॉलेज में आने को लेकर पेरेंट्स एवम स्टूडेंट्स की सोच में फर्क पड़ा है। उन्होंने यह भी बताया कि आज का युथ नशे की चपेट में भी जाता जा रहा है जिसके लिए अभिभावक, शिक्षक एवं शासन प्रशासन तथा लोकतंत्र के प्रहरी मीडिया को मिलकर काम करने की जरूरत है। कि बच्चो को नशे की गिरफ्त से बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।

दून इंस्टिट्यूट के कैंपस डायरेक्टर  संजय  कुकशाल ने बताया कि मैन हाईवे में लगातार हो रही दुर्घटना को कुछ यातायात नियमो के द्वारा कम किया जा सकता है। जिसमे हेलमेट पहनने को लेकर उन्होंने सूझाव दिए। बच्चे अपने अभिभावक एवं शिक्षकों से बहुत कुछ सीखते है।

पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने  बताया कि आज के छात्र- छात्राओ में नैतिक शिक्षा को कैसे डाले जिसके लिए सबसे पहले शिक्षक एवम अभिभावक को ध्यान देना चाहिए कि बच्चा अपने माँ बाप, शिक्षक, पड़ोसियों एवं मीडिया से क्या सीख रहा है। बच्चों में मोबाइल के बढ़ते एडिक्शन को लेकर भी काफी चर्चा की गई।

बैठक में ऋषिकेश क्षेत्र के सभी प्रिंट, टीवी, वेब पोर्टल्स से जुड़े पत्रकार मौजूद रहे।  दून इंस्टीट्यूट के चैयरमेन केशव अग्रवाल,  कैंपस डायरेक्टर संजय कुकशाल, डायरेक्टर डॉ नीरज गोयल, तनुजा पोखरियाल प्रिन्सिपल, स्वाति पांडेय वौइस् प्रिंसिपल, मंजू बलोदी PRo आदि मौजूद रहे।