देहरादून: डोईवाला के इस गांव में नहीं हो रहे है विकास कार्य, अपनी मूल-भूत सुविधाओं से है अछूता “दुधली”. देखिये वीडियो
सरकारी बसे इस रूट में चले तो कुछ हद तक ग्रामीणों को सुविधा मिल सकती है
देहरादून: कैमरी दूधली एक ऐसा गांव जहां विकास दूर-दूर तक नजर नहीं आता है एक तरफ उत्तराखंड सरकार विकास की बात करती है दूसरी तरफ इस गांव में समस्याओं का अब तक निजात नहीं हो पाया हैं। आए दिन उन्हें एक नई समस्याओं का सामना करना पड़ता है यदि समस्या की बात कर ले तो बरसात के मौसम में इतना पानी भर जाता है कि लोगों का चलना दुर्बल हो जाता है।
लोगों का कहना है कि यातायात में भी बहुत समस्या आती है यहां पर सरकारी बस का इंतजाम होना चाहिए बच्चों को कॉलेज, स्कूल/ ट्यूशन जाने में बहुत ही समस्याओं का सामना करना पड़ता है। प्रशासन से यही अपील करते हैं कि हमारी समस्यओं को संज्ञान में लेते हुए इसका जल्द से जल्द निवारण हो।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पेयजल की अत्यधिक समस्याएं हैं समय-समय पर पानी नहीं आता है जिससे ग्रामीण अत्यधिक दुखी है और परेशान है यहां चलने के लिए सड़क तक नहीं है हर तरफ कच्ची नजर आती है ग्रामीणों का कहना है की बरसात के मौसम में यहां कीचड़- कीचड़ पानी भर जाता है जिससे अत्यधिक बीमारियां पैदा हो जाती है डेंगू का खतरा अत्यधिक बना रहता है
यदि कोई घटना हो जाए तो पुलिस की कार्यवाही नही होती । उसको देखने के लिए कोई पुलिस स्टेशन नहीं बना है गांव को एक अलग थलग सा हो गया हैं यदि कोई घटना हो जाती है तो उस घटना को लेकर उन्हें पता ही नहीं है कि वह कौन सी चौकी/ पुलिस स्टेशन में जाए ।
वरिष्ठ पत्रकार चंद्रवीर गायत्री का कहना है कि 20 साल से वह लगे हुए हैं दूधली के विकास को लेकर जो मेन रोड है उन्हीं के प्रयासों से दूधली से होते हुए डोईवाला तक जा रही है लेकिन कोविड-19 पहले यहां प्राइवेट बस से चला करती थी जिससे लोगों को वाहनों के लिए दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता था लेकिन कोविड-19 ट्रांसपोर्ट में काफी नुकसान होने की वजह से प्राइवेट बस से बंद हो गई है जिसके कारण दूधली गांव के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि यहां पर कुछ सरकारी बस से देहरादून से होते हुए कैमरी दूधली रूट से होकर डोईवाला जाएं तो कुछ हद तक इस क्षेत्र की परेशानी हल हो सकती है जिसके लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं।