देहरादून :राजधानी में मेयर की अध्यक्षता में मलेरिया दिवस पर जन जागरूकता कार्यक्रम के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया
देहरादून : 25 अप्रैल 2023 को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है. इस अवसर पर नगर निगम देहरादून के टाउन हॉल में मेयर नगर निगम देहरादून की अध्यक्षता में जनसामान्य को मलेरिया रोग से बचाव हेतु जागरूक करने हेतु विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया. जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय देहरादून से अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्टेट नर्सिंग कॉलेज के छात्र-छात्राएं, आशा कार्यकर्ती, नगर निगम के सेनेटरी इंस्पेक्टर, सुपरवाइजर एवं कार्यकर्ता आदि द्वारा बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया गया.
जिसमें सुनील उनियाल गामा मेयर नगर निगम देहरादून, डॉ एनके त्यागी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून, डॉ अविनाश खन्ना मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम देहरादून, डॉक्टर पीयूष एपिडेमियोलॉजिस्ट देहरादून तथा देहरादून के जिला मलेरिया अधिकारी सुभाष जोशी द्वारा मलेरिया रोग से बचाव हेतु विस्तृत रूप से जानकारी दी गई. विश्व मलेरिया दिवस सर्वप्रथम 25 अप्रैल 2008 को अफ्रीका में मनाया गया. तब से लगातार 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है. इसका एकमात्र उद्देश्य जन सामान्य को मलेरिया रोग से बचाव हेतु जागरूक करना है. विगत वर्ष जनपद देहरादून में 04 मलेरिया रोगी पाए गए जो सभी स्वस्थ हो चुके हैं तथा इस साल जनवरी माह से अभी तक कोई भी मलेरिया रोगी नहीं पाया गया है. जनपद देहरादून में विभिन्न क्षेत्रों में समय-समय पर बुखार के रोगियों की स्वास्थ्य केंद्रों में मलेरिया की जांच एवं उपचार निशुल्क किया जाता है. जनपद के समस्त क्षेत्रों में मलेरिया रोग से बचाव हेतु जागरूक करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा लगातार प्रचार प्रसार किया जाता है. बुखार के रोगियों को स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर अपनी खून की जांच कराने के लिए प्रेरित किया जाता है. इस प्रकार अगर प्रत्येक व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी ले कि वह अपने आसपास के वातावरण एवं अपने परिसर को साफ एवं स्वच्छ रखेगा. कहीं पर भी गंदा पानी एकत्र नहीं होने देगा तो इस प्रकार मच्छर के के लारवा पनपने के स्रोत नष्ट हो जाएंगे. मच्छर नहीं बन पाएंगे तो भविष्य में मलेरिया जैसी महामारी से मुक्ति पाई जा सकती है. मलेरिया की रोकथाम सबकी जिम्मेदारी सबकी भागीदारी, हमने ठाना है मलेरिया मिटाना है. अगर यदि प्रत्येक व्यक्ति इन स्लोगनों पर अमल करेगा तो जनपद देहरादून से मलेरिया को समाप्त किया जा सकता है.