राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक डॉ सरोज नैथानी ने ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय का किया निरीक्षण ।
अब उत्तराखंड के सभी जिलों में कैंसर रोगियों का भी इलाज किया जाएगा जिसकी शुरुआत के लिए राज्य के 4 चिकित्सालय को चयनित किया गया है।
जिसमें दो चिकित्सालय देहरादून जिले के हैं यह जानकारी राज्य की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक डॉ सरोज नैथानी ने शनिवार को ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण करने के उपरांत पत्रकारों को देते हुए बताया कि ऋषिकेश के राजकीय चिकित्सालय में सभी सुविधाएं उपलब्ध है ।
भारत सरकार ने भी स्वास्थ्य मिशन को सफल बनाने के लिए काफी सहयोग दिया है। जिसके अंतर्गत उत्तराखंड को 20 करोड़ रुपए की दवाइयों और अन्य उपकरणों की खरीद के लिए दिए जाते हैं। परंतु राज्य सरकार द्वारा मात्र ₹13 करोड़ खर्च किए गए थे।
निदेशक डॉ सरोज नैथानी ने बताया कि नेशनल हेल्थ मिशन की स्टेट क्वालिटी एश्योरेंस टीम एसपीएस राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में आमजन को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधा समेत अन्य व्यवस्थाओं को परखेगी। तीन दिन तक निरीक्षण के बाद अस्पताल में क्या कमिया हैं और कहां सुधार की जरूरत है इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर शासन को सौपी जायेगी।
स्टेट क्वालिटी एश्योरेंस की चार सदस्यीय टीम ने ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय में निरीक्षण किया है। टीम ने ओपीडी, इमरजेंसी, दवा स्टोर, इंजेक्शन कक्ष, महिला और पुरुष वार्ड आदि का निरीक्षण किया।
टीम में शामिल राज्य सलाहकार डा. अपूर्वा महर ने बताया कि केंद्र सरकार ने देहरादून जिले के रायपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, डोईवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवा में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुधार के लिए चिह्नित किया है।
इसके तहत अस्पताल का निरीक्षण कर तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया है। 10 मार्च को केंद्र की क्वालिटी एश्योरेंस टीम भी निरीक्षण के लिए पहुंचेगी। केंद्रीय टीम की कसौटी पर अस्पताल खरा उतरता है तो यहां मेडिकल सुविधाओं में विस्तार हो सकता है।
इस दौरान टीम सदस्यों और राज्य सलाहकार निदेशक डॉ सरोज नैथानी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. रमेश सिंह राणा से विस्तृत चर्चा की। मौके पर एनएचएम की टीम में डा. प्रियांशी श्रीवास्तव, डा. संतोष भास्कर, डा. अमित, डॉ अपूर्वा ,डॉक्टर सी एस रावत ,डॉ संतोष भास्कर ,डॉक्टर अमित ,डॉ अजय शामिल थे।