पशुओं में ब्रुसेला रोग होने का खतरा, 4 से 8 माह तक पशुओं का आवश्यक रूप से होगा टीकाकरण।

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Uttrakhand Times/ Dehradun:-  दिनांक 29 सितम्बर 2021, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 एस बी पाण्डे ने अवगत कराया है कि भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में कृषि विज्ञान केन्द्र ढकरानी के सभागार में एक दिवसीय ब्रुसेला रोग नियंत्रण प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने ब्रुसेला रोग नियंत्रण कार्यक्रम एवं टीकाकरण के अभिलेखीकरण के साथ ही डाटा को पोर्टल पर अंकित करने एवं वर्तमान में चल रहे राष्ट्रीय कार्यक्रम लाइवस्टैक पायलेट प्रोजेक्ट की प्रगति सुचारू रूप से परिलक्षित करने हेतु समस्त डाटा नियमित रूप से विभागीय आॅनलाइन पोर्टल पर अंकित करने हेतु निर्देश किया।

कार्यशाला में मुख्य वक्ता डाॅ0 अनुप नौटियाल के द्वारा ब्रुसेला रोग के लक्षण, प्रसार एवं रोकथाम हेतु टीकाकरण के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार 04 से 08 माह तक के समस्त माधा गौवंशी एवं महिष वंशीय पशुओं का आवश्यक रूप से टीकाकरण एवं गांव में सीरो सैम्पलिंग कार्य किया जाएगा। कार्यशाला में बताया गया कि ब्रुसेला रोग एक जुनेटिक महत्व का रोग है जिसका पशुओं के साथ ही मानव जाति में फैलने का अन्देशा रहती है। और इस रोग के कारण पशुओ में गर्भपात एवं बाॅझपन की समस्या उत्पन्न होती है इस रोग का उपचार संभव नहीं है इसके निदान हेतु टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है।

कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डाॅ0 ए.के शर्मा एवं डाॅ0 ए.के सिंह ने कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी।

कार्यक्रम का संचालन पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 सतीश जोशी ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा इस अवसर पर डाॅ0 उमेश मौर्य, डाॅ0 अनमोल नौटियाल, डाॅ0 हेमन्त मेहरा, डाॅ0 लतेश जोशी, अर्जुन सिंह डीपी डोभाल , मालती भट्ट, संतोष कुमार जुयाल, वैक्सीनेटर जयपाल एवं कुलदीप सहित जनपद के लगभग 95 विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।