गंगा को स्वच्छ रखने के लिए करीब सवा 1 हेक्टेयर में की गई वाटिका को स्थापित, गंगा संरक्षण वटिका दिया गया नाम
ऋषिकेश।वन क्षेत्र ऋषिकेश की बीरपुर वनबीट में गंगातट पर शनिवार की सुबह जिलागंगा सुरक्षा समिति के सदस्य पर्यावरण सचेतक विनोद जुगलान ने पीपल का पौधा रोपण कर गंगा संरक्षण वाटिका का शुभारंभ किया।नव नियुक्त वन क्षेत्राधिकारी
एन एल डोभाल ने मुख्यातिथि जुगलान को रुद्राक्ष का पौधा भेंटकर स्वागत करते हुए उनके पर्यावरण संरक्षण में योगदान को महत्वपूर्ण योगदान बताया।रिमझिम वर्षा के बीच हुए इस बृहद वृक्षारोपण का उद्देश्य गंगा तट क्षेत्र में गंगा तट को स्वच्छ रखने के लिए आमजन में जागरूकता लाना है।लगभग सवा एक हेक्टेयर में स्थापित की जा रही वाटिका को गंगा संरक्षण वाटिका का नाम दिया गया है।
वाटिका में औषधीय,फलदार,छायादार एवं विशेष रूप से ऑक्सीजन प्रदान करने वाले पौधे रोपित किये जा रहे हैं।जिनमें,अमरूद,आँवला, कन्जी,हरड़, बहेड़ा,नीम,अर्जुन एवं पीपल के पौधे शामिल हैं।गंगासुरक्षा समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने कहा कि प्रकृति और संस्कृति का संरक्षण जरूरी है।गंगाजी हमारी सांस्कृतिक धरोहर है इसके संरक्षण के लिए गंगा कैचमेंट क्षेत्र को सुरक्षित करना जरूरी है।
इस क्रम में गंगातट पर सवा हेक्टेयर भूमि पर गंगा
संरक्षण वाटिका में लगभग ग्यारह सौ पौधे रोपित किये जा रहे हैं।इनके संरक्षण के लिए कोबरा वायर फेंसिंग कराई गई है,जबकि बाढ़ से बचाव के लिए पूर्व में ही तीन सौ मीटर से अधिक वायर क्रेट्स का तटबन्ध बनाया गया है।वन्यजीवों से सुरक्षा को सौर ऊर्जा बाड़ को दुरस्त कराया जाना बाकी है।जिसे जल्द ही ठीक कराए जाने सहित स्थाई बाढ़ सुरक्षा के लिए स्पर लगाने का प्रस्ताव विभाग को भेजा जा रहा है।पौध रोपण में बड़ी संख्या में स्थानीय अधिकारियों सहित वनकर्मी सम्मिलित रहे।
इनमें वन क्षेत्राधिकारी थानों एवं ऋषिकेश एन एल डोभाल,उप वनक्षेत्राधिकारी दिनेश घिल्डियाल, डिप्टी रेंजर राम पाल पाठक,वन दरोगा मनसा राम गौड़,वनबीट अधिकारी अजय कुमार,वन बीट अधिकारी दीपक कैंतुरा,वनआरक्षी सुभाष बहुगुणा,वनकर्मी मनोज कुमार भोला, शालिग राम ध्यानी,रेखा शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।