पौधों से धरती मां का श्रृंगार पर्यावरण सुरक्षा का प्रभावी माध्यम-अनिता ममगाई
ऋषिकेश- पर्यावरण सुरक्षा अभियान के तहत नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने चन्द्रेश्वर नगर पार्क में औषधीय पौधे रौंपे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पौधे प्रकृति का श्रृंगार है। इस श्रंगार को बनाए और बचाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है, इससे ही आने वाली पीढ़ियों के अस्तित्व को बचाया जा सकता है।
तीर्थ नगरी को हरा भरा रखने की मुहिम के तहत महापौर ने वार्ड संख्या तीन की पार्षद प्रिंयका यादव व क्षेत्र के पर्यावरण प्रेमियों की मोजूदगी में चन्द्रेश्वर नगर पार्क में पौधारोपण किया।इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों द्वारा कार्यक्रम में सहभागिता कर पर्यावरण प्रेमियों की होसला अफजाई करते हुए कहा कि वनस्पतियों की पूजा वर्षों से की जाती रही है।आम जनमानस को सजग प्रहरी बनकर पर्यावरण संरक्षण के अभियान में सहयोग करना चाहिए।
इस अवसर पर मोजूद उपस्थिति को संबोधित करते हुए महापौर ने कहा कि देश और दुनिया के लिए प्रदूषण आज के समय की एक गंभीर समस्या है । प्रकृति व पर्यावरण के प्रति जागरूकता ही इसका समाधान है। कहा कि, वृक्षों का संवर्द्धन मात्र सरकार की ही जिम्मेदारी नहीं है । हम सबको मिलकर प्रदूषण से मुक्ति पाने के लिए अभियान सेे जुड़ना होगा।इस दौरान उन्होंने रौंपे गये पौंधो की देखभाल करने का संकल्प दिलाते हुए कहा कि केवल पौधारोपण करना ही नहीं, बल्कि पौधों की देखभाल कर उनका अस्तित्व बनाए रखना भी बहुत जरूरी है। प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने के लिए पौधारोपण आज के समय में बहुत जरूरी हो गया है। पौधारोपण के साथ ही उसकी देखभाल व रख रखाव करना और भी जरूरी है। कहा कि आने वाले संकट को पहचानते हुए पर्यावरण बचाने का सार्थक प्रयास आज से ही करें।
पौधों से धरती माँ का श्रृंगार करना पर्यावरण बचाने का प्रभावी माध्यम है। जहां भी खाली स्थान मिले वहां पौंधे रौंपे।अपने जीवन के किसी भी शुभ अवसर पर पेड़ लगाएं। पेड़ है तो प्राणवायु है, प्राणवायु है तो जीवन है। महापौर ने जानकारी दी कि विगत पांच जून से पौधारोपण अभियान शुरू हुआ था जोकि चरणबद्ध श्रंखला में लगातार जारी है।
इस दौरान सुदामा सिंघल, भारत भूषण, श्यामबिहारी, हेमंत गुप्ता,पार्षद प्रियंका यादव, सुजीत यादव, संजय राजभर ,चंद्रेश्वर यादव,
पीयूष गुप्ता, अरविंद ,दिवाकर मिश्रा ,विनोद मिश्रा ,बबलू ठाकुर, राजेश, जितेंद्र प्रजापति , दीपक ,सुभाष शर्मा, मनोज खरवार,ऋषि राम आदि मोजूद रहे।