प्रधानमंत्री नरेंद्र सिंह मोदी ने केदारनाथ पहुंचकर गुरु शंकराचार्य की मूर्ति का किया लोकार्पण एवं साथ ही किया जनता को संबोधित
प्रधानमंत्री सुबह करीब 7 बजे देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंच गए थे। यहां से वह सीधे केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गए। शुक्रवार को देहरादून एयरपोर्ट पर उनका स्वागत राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ धाम पहुंचे। केदारनाथ पहुंचकर वह भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। इसके बाद यहां पर आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण भी किया। शंकराचार्य की इस प्रतिमा का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था। यह प्रतिमा 13 फुट ऊंची और 35 टन वजनी है। केदारनाथ आपदा में शंकराचार्य की मूर्ति छतिग्रस्त हो गयी थी।
यहां पढ़ें प्रधानमंत्री के दौरे से जुड़े अपडेट्स-
9:00 AM- केदारनाथ पहुंचकर प्रधानमंत्री ने सबसे पहले भगवान शिव के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। मंदिर के ठीक सामने ही मंच लगाया गया है। पूजा अर्चना के बाद प्रधानमंत्री मूर्ति और समाधि का लोकार्पण किया।
9:15 AM- केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना और आरती के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। शंकराचार्य की समाधि स्थल पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 फीट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण किया। प्रतिमा के सामने प्रधानमंत्री मोदी ने ध्यान लगाया।
9:35 AM- आदि गुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल से निकलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ धाम में हुए विकास कार्यों का निरीक्षण किया।
9:47 AM- विकास कार्यों का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के सामने बने मुख्य मंच पर पहुंचे। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया अभिवादन।
10:06 AM- प्रधानमंत्री मोदी ने पुनर्निर्माण कार्यक्रम के तहत कराए गए कार्यों का किया लोकार्पण। कुछ अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।
10:08 AM- ‘जय बाबा केदार, जय बाबा केदार’ के उद्घोष के साथ प्रधानमंत्री ने की अपने संबोधन की शुरुआत।
10:15 AM- प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बाबा केदार आकर मैं यहां के कण-कण में बसी ऊर्जा में खो जाता हूं। बाबा केदार का सान्निध्य ऐसा है, मैं जब भी यहां आता हूं यहीं का होकर रह जाता हूं।’
10:19 AM: प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में आए गुजराती श्रद्धालुओं को गोवर्धन पूजा से शुरू होने वाले गुजराती नववर्ष की बधाई दी।
10:20 AM: PM मोदी ने कहा, ‘सरस्वती तट पर घाट का निर्माण हो चुका है। इसके साथ ही मंदाकिनी पर बने पुल से गरुड़ चट्टी के मार्ग को भी सुगम कर दिया गया है। गरुड़ चट्टी से मेरा पुराना नाता भी रहा है। वहां कुछ लोग हैं जो अब भी मुझे पहचान जाते हैं।’
10:25 AM: प्रधानमंत्री ने केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्य में शामिल अधिकारियों, इंजिनियरों और श्रमिकों का आभार जताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां की जैसी विषम परिस्थितियां हैं, उनमें काम करना आसान नहीं था। मगर ईश्वर कृपा और श्रमिकों की लगन के चलते काम रुकने नहीं पाया और तय समय में पूरा हो सका।
10:40 AM: PM मोदी ने कहा कि हमारे यहां हमेशा से ही चार धाम, द्वादश ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठों के दर्शन की परंपरा रही है। हमारे लिए यह सिर्फ सैर-सपाटा नहीं रहा है बल्कि हमारी गहरी आस्था का विषय रहा है।
10:42 AM- मोदी ने कहा कि बाबा केदार के दर्शन करके हर श्रद्धालु एक नई ऊर्जा लेकर जाता है।
10:46 AM- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हमारा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। देश अपने पुनर्निर्माण के लिए नए संकल्प ले रहा है। इस कड़ी में हम आदि गुरु शंकराचार्य को एक नई प्रेरणा के तौर पर देख सकते हैं क्योंकि देश अपने लिए बड़े लक्ष्य तैयार कर रहा है। हमने इसकी समयसीमा भी तैयार की है। तो लोग इस पर सवाल उठाते हैं कि ये जो तय किया है, यह हो भी पाएगा कि नहीं…तब मेरे मुंह से यही निकलता है कि समय के दायरे में बंधकर भयभीत होना अब भारत को मंजूर नहीं है।’
10:52 AM- प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड सरकार की तारीफ की। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले कहा जाता था कि पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी कभी पहाड़ के काम नहीं आती, मगर राज्य सरकार जो नए काम कर रही है उससे पलायन रुकेगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा। उत्तराखंड ने कोरोना की लड़ाई में जिस तरह का अनुशासन दिखाया वह सराहनीय है। उत्तराखंड ने आज पात्र लाभार्थियों को 100 फीसदी सिंगल डोज लगाने का लक्ष्य हासिल किया है, यह आसान काम नहीं है। उत्तराखंड ने अपने एक-एक नागरिक की जिंदगी बचाई है।
@11:00 AM: प्रधानमंत्री ने दिवाली, गोवर्धन पूजा, छठ पूजा और आगे आने वाले त्योहारों के लिए लोगों को शुभकामनाएं देते हुए अपना संबोधन खत्म किया।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री सुबह करीब 7 बजे देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंच गए थे। यहां से वह सीधे केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गए। शुक्रवार को देहरादून एयरपोर्ट पर उनका स्वागत राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया।
आदि शंकराचार्य की समाधि का किया लोकार्पण
साल 2013 में आई आपदा में शंकराचार्य की समाधि भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। उसे भी दोबारा बनवाया गया है। प्रधानमंत्री इस नई समाधि और कुछ और परियोजनाओं का भी किया लोकार्पण ।