भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के अगुवाई में तीर्थ नगरी का सबसे पौराणिक रामलीला का हुआ विधिवत शुभारंभ
ऋषिकेश : वर्ष 1955 से स्थापित तीर्थ नगरी की सबसे पौराणिक सुभाष बनखंडी श्री रामलीला का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व बद्रीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट ने पहुंचकर रामलीला मंचन की बधाई दी। साथ ही श्री राम के जीवन चरित्र से वर्तमान पीढ़ी को सीख लेने की प्रेरणा भी दी।
बनखंडी स्थित रामलीला मैदान में आयोजित सुभाष बनखंडी श्री रामलीला का शुभारंभ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट, महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, पूर्व जिला अध्यक्ष ज्योति सिंह सजवान, वरिष्ठ भाजपा इंद्र कुमार गोदवानी, पूर्व मंडी समिति सभापति राकेश अग्रवाल, व्यापारी नेता ललित जिंदल आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
रामलीला के प्रथम दिन के मंचन पर स्थानीय कलाकारों द्वारा श्री गणेश वंदना, रावण वेदवती संवाद और कैलाश लीला तक की लीला दिखाई गई। जिसमें अहंकारी रावण द्वारा ऋषि कन्या वेदवती के साथ दुर्व्यवहार तथा भगवान शंकर द्वारा रावण के अहंकार को दूर करने की लीला का सुंदर मंचन किया गया।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट ने कहा कि भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम हमारे जीवन और सनातन संस्कृति के आधार है। हमें उनके आदर्शों पर चलकर जीवन की मर्यादाओं का पालन करना चाहिए। कहा कि रामलीला हमें हर रिश्ते को पवित्रता के साथ निभाने की सीख देती है। इस मौके पर उन्होंने कार्यक्रम के सभी आयोजकों को बधाई दी और रामलीला मंचन की सफलता की कामना की।
इस मौके पर महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि भगवान श्री राम की लीला हमें सद्दमार्ग पर चलने को प्रेरित करती है। भगवान श्री राम की लीला असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। कहां की पारिवारिक जनों को मजबूत करने के लिए रामलीला जैसे आयोजन बहुत जरूरी है।
भगवान शिव ने रावण के अहंकार को किस तरह चूर चूर किया और इसके बाद भगवान शिव ने रावण को वर मांगने को कहा रावण ने वर के रूप चंद्रहास नाम की तलवार भगवान शिव से प्राप्त की आज यही तक कि लीला का मंचन हुआ। इस मौके पर मंच का संचालन महामंत्री श्री रामनाथ कमेटी हरीश तिवाड़ी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष विनोद पाल, पार्षद लता तिवाडी, राजेश दिवाकर, दयाशंकर पांडेय, राकेश पारछा, रमेश कोठियाल, दीपक बिष्ट, दीपक जोशी, कविता शाह, हुकुम सिंह, रोहताश पाल, मनमीत कुमार, पप्पू पाल, प्रशांत पाल, संजय शर्मा, अनिल धीमान, दयाल, मिलन, महेंद्र कुमार, भारतेंदु शंकर पांडेय, नितीश पाल, ललित शर्मा, मनोज गर्ग, सुभाष पाल अशोक मौर्य, विनोद रतूड़ी, पवन पाल, सागर कालड़ा अन्य राम भक्त मौजूद रहे।