रोलर कोस्टर रैपिड में पलटी राफ्ट,पश्चिम बंगाल से आए पर्यटक की मौत
ऋषिकेश। गंगा नदी में राफ्ट हादसे में एक पर्यटक की मौत हो गई। शिवपुरी से मुनि की रेती के बीच राफ्टिंग के दौरान एक रोलर कोस्टर रैपिड के लपेटे में रेड चिली कम्पनी की राफ्ट आ गई। हादसे में कोलकाता के रहने वाले 62 वर्षीय पर्यटक की मौत हो गई।
घटना मंगलवार की सुबह 11:00 बजे की है। शिवपुरी से मुनिकीरेती के बीच राफ्टिंग के दौरान रोलर कोस्टर रैपिड में राफ्ट पलट गई। पश्चिम बंगाल से घूमने आए 62 वर्षीय शुभाशीष बर्मन की मौत हो गई। शव को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश लाया गया। मृतक पश्चिम बंगाल के विद्यासागर रोड कोलकाता का रहने वाला था। जानकारी के मुताबिक 16 पर्यटक ऋषिकेश घूमने आए थे। ये लोग सुबह हरिद्वार से ऋषिकेश आए थे राफ्टिंग करने।रेड चिली कंपनी का मालिक खुद जिला टेक्निकल कमिटी में हैं।दो अलग-अलग राफ्ट में ये लोग सवार हुए। सभी लोग राफ्टिंग के लिए शिवपुरी गए हुए थे। शिवपुरी से आगे मुनी की रेती के बीच गरुड़ चट्टी के पास रोलर कोस्टर रैपिड में जैसे ही राफ्ट घुसी तुरंत पलट गई।
रोलर कोस्टर रैपिड बहुत खतरनाक माना जाता है। अक्सर यहां पर राफ्ट पलटने की संभावना बनी रहती है। राफ्ट के साथ चल रहे क्याक गाइड की मदद से सभी पर्यटकों को बाहर निकाला गया इस बीच शुभ आशीष बर्मन के पेट में ज्यादा पानी चला गया और वह बेहोश हो गए।आनन-फानन में उन्हें ऋषिकेश सरकारी हॉस्पिटल लाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक पंजाब नेशनल बैंक कोलकाता से सेवानिवृत्त हुए थे कुछ समय पहले और यहां अपनी पत्नी और दो पुत्रियों एशवी और एशनी और अपने मित्रों के साथ घूमने आए थे। मुनी की रेती पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। वहीं जिला साहसिक खेल अधिकारी केएस नेगी भी पहुंचे सरकारी हॉस्पिटल पीड़ित परिजनों से मुलाकात की।
जब उनसे पूछा गया कि पानी इतना मटमैला है और बारिश लगातार हो रही है ऐसे में मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को भी येलो अलर्ट जारी हो रखा था ऐसे में शिवपुरी से कैसे राफ्ट संचालित करने की अनुमति दी गई ? तो उनका कहना था सब नियम के अनुसार किया गया था। पानी का लेवल कम था। रात इतने मत मिले पानी में कैसे संचालित हो रही थी इसका संतोषजनक जवाब वे नहीं दे पाए। लेकिन डीएम टिहरी डॉ. सौरभ गहरवार के अनुसार मामले में रिपोर्ट तलब की गई है अगर जांच की आवश्यकता हुई तो अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जाएगी।
बीच में कुछ दिन लगातार बारिश होने से और नदी का पानी का लेवल बढ़ने से राफ्टिंग रोक दी थी। लेकिन पिछले तीन-चार दिन से पहाड़ों में लगातार बारिश और ऋषिकेश के आसपास भी बारिश होने से गंगा नदी का पानी काफी मटमैला हो रखा है ऐसे में राफ्टिंग करना चुनौतीपूर्ण है। वही जब कुछ गाइडों से बात की दोनों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया अभी ऐसे पानी में राफ्टिंग करना काफी रिस्की होता है क्योंकि पानी के हरे रंग के समय राफ्टिंग में अगर कोई इंसान गिर भी गया तो उसको रेस्क्यू करना आसान होता है और इस तरह के मटमैले और गाढ़े पानी में कोई टूरिस्ट राफ्ट से गिर जाता है तो उसको ढूंढना हमारे लिए काफी मुश्किल होता है। इसलिए कुछ गाइड का कहना था कि हम जब जाएंगे नदी में जब पानी हरे रंग में आ जाएगा तब ड्यूटी पर जाएंगे।संबंधित मामले में पुलिस जांच में जुट गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार करेगी।