विश्व वानिकी दिवस पर आईडीपीएल में प्रारंभ की जाएगी नवग्रह वाटिका
आने वाले समय में बिगड़ते पर्यावरण के कारण युवाओं को सांस लेने में होने वाली दिक्कत से बचाना है । क्योंकि पर्यावरण बिगड़ने के कारण लोगों को जीने के लिए सांस लेना भी दूभर हो जाएगा, और युवाओं को अपना जीवन बचाने के लिए कंधे पर ऑक्सीजन का सिलेंडर लेकर घूमना पड़ेगा ।
नीर फाउंडेशन ऋषिकेश के संस्थापक डॉक्टर एसएन मिश्रा (पेड़ बाबा) ने कि वानिकी दिवस के अवसर पर बताया कि पेड़ पंचायत एवं गोविंद दर्शन ट्रस्ट, नीर फाउंडेशन गंगा सेवा एवं पर्यावरण संरक्षण समिति, रिहैबिलिटेशन ट्रस्ट के संयुक्त प्रयास से आईडीपीएल में औषधीय वृक्षो का रोपण किया जाएगा। उनका मूल
नीर फाउंडेशन गंगा सेवा एवं पर्यावरण संरक्षण समिति, रिहैबिलिटेशन ट्रस्ट के संयुक्त प्रयास से आईडीपीएल में औषधीय वृक्षो का रोपण किया जाएगा। उनका मूल उद्देश्य लगातार देश में बढ़ते प्रदूषण के कारण बिगड़ते पर्यावरण को रोकने के लिए जहां वृक्षों का रोपण किया जाना है, वही आने वाले समय में बिगड़ते पर्यावरण के कारण युवाओं को सांस लेने में होने वाली दिक्कत से बचाना है ।क्योंकि पर्यावरण बिगड़ने के कारण लोगों को जीने के लिए सांस लेना भी दूभर हो जाएगा, और युवाओं को अपना जीवन बचाने के लिए कंधे पर ऑक्सीजन का सिलेंडर लेकर घूमना पड़ेगा ।
उन्होंने कहा कि वन गमन के दौरान सीता माता भी अशोक के पेड़ के नीचे बैठी थी, जिसके कारण उनका जंगल में जीवन बचा था। डॉक्टर एसएन मिश्रा का कहना था कि अशोक के पेड़ में वह शक्ति है ,जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती ।जोकि कैंसर जैसी बीमारियों का निवारण करता है ।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा आईडीपीएल में 21 मार्च को नवग्रह वाटिका एवं अन्य वाटिकाओ का शुभारंभ किया जा रहा है। इस पूरी वाटिका में 5000 से अधिक कैंसर वाटिका इत्यादि का आरंभ किया जाएगा। जिसमें 30 बच्चों को वृक्ष मित्र सम्मान से भी सम्मानित किया जाएगा। जिसका मुख्य उद्देश्य पूरे विश्व में बिगड़ते पर्यावरण के कारण प्रदूषण की समस्या से निपटना है। क्योंकि आज पूरा विश्व स्वच्छ पर्यावरण के लिए त्राहि त्राहि कर रहा है। जिसके लिए समाज को एकजुट होकर सार्थक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है ।उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए आज पूरे विश्व में बड़े-बड़े सेमिनार आयोजित किए जा रहे हैं ।
जिसमें वैज्ञानिकों ने वृक्षों की उपयोगिता पर जोर दिया है ,उनका कहना था कि उनकी कल्पना है। कि ऋषिकेश आईडीपीएल क्षेत्र को इस अवसर पर कैंसर उद्यान बनाया जाए। जहां आकर वैज्ञानिक और औषधीय वृक्षों पर रिसर्च कर अनेक बीमारियों का निवारण कर सकें ।इस प्रकार के वृक्ष लगाए जाने से वैज्ञानिकों को पेड़ पौधों के बारे में भी जानकारी मिलेगी ।पत्रकार वार्ता में दर्शन शाह ,महंत रवि शास्त्री आदि भी मौजूद थे।