“संकल्प दिवस” के रूप में मनाया जा रहा है धामी का जन्मदिन, आइए जानिए छात्र से लेकर राजनीति का सफर
आज पूरे उत्तराखण्ड में कार्यकर्ता अपने लोकप्रिय मुख्यमंत्री का जन्मदिवस को संकल्प दिवस के रूप में मना रहे है। उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के 11 वें मुख्यमंत्री के रूप में काफी प्रसिद्धि मिली है ।
आपको बता दे कि सीएम पुष्कर सिंह धामी अपने जन्मदिन पर पहुंचे टपकेश्वर महादेव मंदिर, महादेव जल अभिषेक कर लिया आशीर्वाद। शुक्रवार को 47 साल के हो गए। उनके जन्मदिन को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में संकल्प दिवस के रूप में मना रही है। सीएम धामी ने जन्मदिन के मौके पर बच्चों के साथ केक काटा।
इस साल में वे दूसरी बार उत्तराखंड की कमान संभाली। उनके नेतृत्व में भाजपा प्रदेश में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत हासिल करने में सफल हुई। हालांकि, खटीमा से उत्तराखंड चुनाव 2022 वे हार गए। इसके बाद भी भाजपा ने उन पर भरोसा जताया। दोबारा सीएम बने। चंपावत से चुनावी मैदान में उतरे और रिकॉर्ड वोट से जीत कर इतिहास रच दिया। सीएम धामी के जन्मदिन को भाजपा प्रदेश में संकल्प दिवस के रूप में मना रही है। वहीं, सीएम धामी ने टपकेश्वर मंदिर पहुंच कर भगवान महादेव का आशीर्वाद लिया। बच्चों के साथ केक काटकर इस मौके को सेलिब्रेट किया।
एक नजर उनके जीवन परिचय पर
पुष्कर धामी का जन्म 16 सितंबर 1975 को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के टुंडी गांव में हुआ था। हरखोला उनका पुश्तैनी गांव है। उनका परिवार टुंडी गांव चला गया फिर, वह और उसका परिवार नगला, तराई भाबर, खटीमा चले गए। उनके पिता सेना में सेवानिवृत्त सूबेदार थे।
2001 में, जब कोशियारी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत थे, उन्होंने भगत सिंह कोश्यारी के विशेष कर्तव्य पर एक सलाहकार और अधिकारी के रूप में कार्य किया।
तीन बहनों के बाद वह इकलौता बेटा था, और इसलिए परिवार के इर्द-गिर्द जिम्मेदारियाँ हमेशा ऊँची रहती थीं। उनकी शादी गीता धामी से हुई थी।
वे बचपन से ही सामाजिक कार्य करते थे। लखनऊ विश्वविद्यालय में पुष्कर सिंह धामी ने शिक्षा व्यवस्था के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुष्कर सिंह धामी ने 5 फरवरी 2011 को गीता से शादी की। पुष्कर और गीता के दो बेटे हैं ,दिवाकर और प्रभाकर।
राजनैतिक करियर
- पुष्कर सिंह धामी ने अपना राजनैतिक करियर छात्र राजनीति से शुरू किया था| 1990 में वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से जुड़े |
- इस दौरान वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई पदों पर भी रहे| 2002 में पुष्कर सिंह धामी भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने और 2008 तक इस पद पर बने रहे |
- इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड में उद्योगों में स्थानीय युवाओं के लिए 70 फिसिदी पदों को आरक्षित करने के लिए काफी संघर्ष किया था |
- 2001 में पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के तबके मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी के एडवाइजर और विशेष कार्य आधिकारी बने, इसके साथ ही वो पूरी तरह मुख्य धरा की राजनीति में आ गए |
- 2012 में वो पहली बार खटीमा तहसील से उत्तराखंड विधानसभा के सदस्य बने, 2017 में वो फिर से उसी सीट से विधानसभा में चुनकर आये| धामी उत्तराखंड में बीजेपी के उप प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके है |
उत्तराखंड के 10 वें मुख्यमंत्री के रूप में –
- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को किन्ही राजनैतिक कारणों से त्यागपत्र देना पड़ा जिसके बाद पुष्कर सिंह धामी को 3 जुलाई 2021 को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया |
- पुष्कर सिंह धामी ने 4 जुलाई 2021 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, वो 10 वें शक्श है जिन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री की शपथ ली है |
- धामी ने जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तब वो केवल 45 साल के थे जिसके बाद वो प्रदेश के सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने वाले नेता बने |
उत्तराखंड के 11 वें सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री
- पुष्कर सिंह धामी के लिए 2022 का विधान सभा का चुनाव अच्छा नहीं रहा, उन्हें अपनी खटीमा की सीट से हार का सामना करना पड़ा | कांग्रेस के भुवन चन्द्र कापड़ी ने धामी को 6951 मतों के अंतर से हराया |
- भले ही पुष्कर सिंह धामी चुनाव में अपनी सीट हार गए हो लेकिन उनके नेत्रत्व में बीजेपी ने उत्तराखंड में धमाकेदार जीत हासिल की | ये पहला मौका था जब उत्तराखंड में कोई सरकार लगातार दूसरी बार सत्ता में आई हो |
- 45 वर्ष की आयु में वे उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने। 21 मार्च, 2022 को, उन्हें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के पद के लिए फिर से चुना गया।