सुमन लाल दास राजमहल में ढोल दमाऊं बजाते हैं, लेकिन अपनी आगे की पीढ़ी को नहीं सीखा रहे है ये कला। आखिर क्यों ? देखिए इस रिपोर्ट में

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नरेंद्रनगर राजमहल में गाडू घड़ी परंपरा के दौरान वहां पर मुलाकात हुई द्वार पर बैठे सुमन लाल दास से, जिनकी कई पीढ़ियों ने राजघराने में त्योहारों के अवसर पर ढोल दमोह बजाने का काम किया है। लेकिन आज के समय में वह अपनी इस विरासत को अपने आगे की पीढ़ी तक नहीं बढ़ा रहे हैं इसी को लेकर उत्तराखंड टाइम्स के द्वारा सुमन लाल दास से बातचीत की गई।