हरिद्वार में पंचायत चुनाव में बोर्ड परीक्षाएं हो सकती है बाधा
हरिद्वार में होने वाले है पंचायत चुनाव। चुनाव के लिए उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा बाधा बन सकती है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से हरिद्वार जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर चल रही कवायद के बीच बोर्ड परीक्षा आ गई है। ऐसे में पंचायत चुनाव बोर्ड परीक्षा के बाद कराए जाने पर भी विचार किया जा रहा है।
हरिद्वार जिले में ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत के चुनाव के लिए आरक्षण आदि की प्रक्रिया को 5 जनवरी तक के लिए स्थगित किया गया था। अब शासन की ओर से दोबारा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के स्थान, पदों के आरक्षण एवं आवंटन की नई समय सारणी जारी कर दी गई है । हरिद्वार जिले में आरक्षण प्रस्ताव का अन्नतिम प्रकाशन 22 फरवरी को किया जाएगा और 23 फरवरी से 25 फरवरी तक आपत्तियां आमंत्रित किए गए हैं। 26 फरवरी से 28 फरवरी तक जिलाधिकारी की ओर से आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। जिले में पंचायतों का आरक्षण 2 मार्च को फाइनल कर दिया जाएगा।3 मार्च को आरक्षण प्रस्ताव निदेशालय को उपलब्ध करवाया जायेगा व 04 मार्च को निर्वाचन भेजा जाएगा।
पंचायतों में पदों की आरक्षण प्रक्रिया प्रारंभ होने से माना जा रहा है कि चुनाव शीघ्र ही कराए जाएंगे चर्चा चल रही है कि 10 मार्च को विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद कभी भी पंचायत चुनाव का बिगुल बज सकता है लेकिन इसी बीच उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा ब्रेकर बनकर सामने आ खड़ी हुई है।
प्रदेश में 28 मार्च से उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षा प्रारंभ हो रही है। प्रयोगात्मक परीक्षा तो इससे पहले ही शुरू हो जाएगी बोर्ड परीक्षा 18 अप्रैल तक चलेगी। पंचायत चुनाव के दौरान जिन स्कूलों को पोलिंग बूथ बनाया जाना है उनमें बोर्ड परीक्षा के केंद्र भी बनाए गए हैं। इसके साथ ही पंचायत चुनाव का शोरगुल बोर्ड परीक्षार्थियों की तैयारियों में बाधा उत्पन्न कर सकता है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से बोर्ड परीक्षा को ध्यान में रखते हुए पंचायत चुनाव की तिथियों पर विचार किया जा रहा है। राज्य चुनाव आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट भी मानते हैं कि बोर्ड परीक्षा एक अहम मसला है।