10 करोड़ की MDMA ड्रग्स पकड़ी, महिला गिरफ्तार; नेपाल-नाइजीरिया लिंक की जांच

चम्पावत : उत्तराखंड में अब तक की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गयी है यह. कीमत है 10 करोड़ 23 लाख और 84 हजार. नाम है MDMA #Methylenedioxymethamphetamine है. पिथौरागढ़ पुलिस और चम्पावत पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह पकड़ी गयी. IG कुमाऊ रिद्धीम अग्रवाल के निर्देशन में जनपद चम्पावत पुलिस का ड्रग्स तस्करों/ नशा तस्करों पर कड़ा प्रहार हुआ है यह. दस_करोड़_तेईस_लाख_चौरासी_हजार रुपये की MDMA ड्रग्स बरामद हुई है. ड्रग फ्री देवभूमि अभियान के अन्तर्गत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड” के संकल्प को साकार करती चम्पावत पुलिस. अजय गणपति पुलिस अधीक्षक चंपावत के कुशल नेतृत्व में चंपावत पुलिस टीम ने राज्य की अब तक की सबसे बडी कार्यवाही करते हुए 5 किलो 688 ग्राम MDMA (सिंथेटिक ड्रग ) बरामद कर एक महिला को किया गिरफ़्तार पुलिस अधीक्षक चंपावत की अपील सार्वजनिक सहयोग से ही उत्तराखंड को ड्रग-मुक्त बनाया जा सकता है। कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे या आपके आस-पास कोई सिन्थेंटिक ड्रग बनाने हेतु कोई गोपनीय प्रयोगशाला या अन्य संदिग्ध गतिविधी दिखे या सिन्थेंटिक ड्रग बनाने पर निकलने वाली तीव्र गंध मेहसूस हो तो कृपया टोल-फ्री नंबर 100/112/निकटवर्ती थाना/चौकी पर सूचना दें।नशे के खिलाफ चम्पावत पुलिस का जीरो टॉलेरनस-युवाओं के भविष्य के लिये पुलिस का बड़ा ऑपरेशन.
कौन है महिला जो गिरफ्तार हुई है ?
इस मामले में दो अभियुक्त अभी फरार चल रहे हैं. जिनकी पुलिस तलाश में लगी हुई है. गिरफ्तार महिला का नाम है इशा (२२ वर्ष) पत्नी राहुल कुमार निवासी पम्पापुर बनबसा है. शनिवार को सुबह ६ बजे लगभग एक महिला नहर की तरफ जाते हुए दिखाई दी, जो संदिग्ध लग रही थी. यह लोकेशन नेपाल सीमा से लगी शारदा नहर की घटना है. महिला को रोका गया तो पुलिस उपाधीक्षक वंदना वर्मा ने जब बैग चेक किया तो उसमें से MDMA बरामद हुआ. वजन 5 किलो 688 ग्राम. यह ड्रग्स MD के नाम से भी जाना जाता है. महिला को तुरंत गिरफ्तार किया गया. महिला ने बताया, उसके पति राहुल कुमार और उसका सहयोगी कुनाल कोहली निवासी टनकपुर ने उसे यह बैग दिया था पिथौरागढ़ से लाकर २७ जून को. आजकल चुनाव के मद्देनजर पुलिस की शख्ताई की वजह से वह यह ड्रग्स को नहर में फैंकने जा रही थी. इसी दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इनके द्वारा पिथौरागढ जिले के थल इलाके में एक लैब भी स्थापित की गयी थी. जो नशीले पदार्थ बनाती थी. ये लोग वहीँ ड्रग्स तैयार करते थे. पुलिस लैब के उपकरणों को जब्त किया गया था. ये लोग ड्रग्स को मुंबई ले जाते थे. महानगरों में ऊंचे दामों में बेचते थे. इनके नेपाल लिंक और नाइजीरिया लिंक/नेटवर्क भी पुलिस खंगाल रही है. इस अभियान में टनकपुर सीओ वंदना वर्मा,SOG प्रभारी लक्षण सिंह जगवान, थाना अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह कोरंगा, सब इंस्पेक्टर सोनू सिंह, HC गणेश सिंह बिष्ट, HC संजय शर्मा, कांस्टेबल उमेश राज, कांसेबा सूरज कुमार, कांस्टेबल कुलदीप सिंह, कांस्टेबल मदन सिंह, कांस्टेबल जगदीश कन्याल, महिला कांस्टेबल राकेश्वरी राणा इसके अलावा पिथौरागढ़ पुलिस से सब इंस्पेक्टर प्रकाश पाण्डेय, प्रभारी SOG व कांस्टेबल कमल शामिल थे.
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MDMA क्या होता है ?
एमडीएमए, जिसे आमतौर पर टैबलेट और क्रिस्टल के रूप में देखा जाता है, एक कार्बनिक योगिक है। वांछित प्रभावों में परिवर्तित संवेदनाएं, बढ़ी हुई ऊर्जा, सहानुभूति और आनंद शामिल हैं। जब मुंह से लिया जाता है, तो प्रभाव 30 से 45 मिनट में शुरू होता है और 3 से 6 घंटे तक रहता है।एमडीएमए को क्लब ड्रग कहा जाता है क्योंकि इसका इस्तेमाल अक्सर रात भर चलने वाली डांस पार्टियों (जिन्हें रेव्स कहा जाता है) या टेक्नो पार्टियों और नाइट क्लबों में किया जाता है। इसके अलावा, एमडीएमए का इस्तेमाल निजी घरों और हाई स्कूल व कॉलेज परिसरों में भी तेज़ी से बढ़ रहा है।
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एमडीएमए भारत में कानूनी है?
क्या यह अवैध है? हाँ, MDMA अवैध है । 1985 से MDMA नियंत्रित पदार्थ अधिनियम के तहत अनुसूची I का पदार्थ रहा है। अनुसूची I के पदार्थों, जिनमें हेरोइन और LSD शामिल हैं, के दुरुपयोग की उच्च संभावना होती है और इनका कोई वैध चिकित्सीय उद्देश्य नहीं होता।
