ओणेश्वर महादेव के दर्शन मात्र से ही कट जाते है भक्तों के कष्ट, निसंतानो को होती है संतान की प्राप्ति। जानें ओणेश्वर महादेव की महिमा ।
ऋषिकेश विधानसभा के अंतर्गत छिद्दरवाला में स्थित ओणेश्वर महादेव मंदिर सिद्धपीठ में भी शिवरात्रि के दिन भक्तो का तांता लगा रहा। जहां भक्तो ने शिव लिंग पर जलाभिषेक कर अपने और परिवार की सुख शांति की प्रार्थना की। इसी मौके पर कांग्रेस प्रत्याशी जयेंद्र रमोला भी सिद्धपीठ में पहुंच कर भोले बाबा के दर्शन कर ऋषिकेश वासियों के सुख समृद्धि की कामना करते हुए विश्व शांति की प्रार्थना की।
अपने नाम और मनोकामनाएं सिद्धि के लिए प्रसिद्ध ओणेश्वर महादेव सिद्धपीठ के प्रांगण में पिछले 90 के दशक से शिवरात्रि का मेला लग रहा है। आयोजको ने बताया कि पिछले कोरोना काल में लॉकडाउन के तहत यहां मेला नहीं लग पाया। लेकिन इस साल जैसे ही लॉकडॉउन हटने पर भव्य मेला लगाया गया।
ओणेश्वर महादेव के पुजारी हीरामणि सेमवाल ने बताया कि लंब गांव के राणाओं के द्वारा इस मंदिर की स्थापना 90 के दशक में की गई। महादेव की ऐसी कृपा रही कि सभी लोग आकर यहां दर्शन करते है। आज सभी लोग 32 साल से मंदिर की देख भाल कर रहे है। जिस जगह में मंदिर है वह भूमि दान पर दी गई है।
गोकुल रमोला ने बताया कि ओणेश्वर महादेव का मुख्य मठ टिहरी जिले के प्रतापनगर स्थित देवल गांव में है। जब वहां से गांव वासी छिदरवाला में बसे तो 1990 में उन्होंने ओणेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना की तब से लेकर आज तक ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून में रहने वाले टिहरी वासी लगातार महादेव के दर्शन करने आते है। उसी समय से यहां शिवरात्रि के दिन भव्य मेले का आयोजन किया जाता रहा है।
ओणेश्वर महादेव के निशान और आकाश भैरव के निशान के साथ ओणेश्वर देव जो शिव जी के रूप में विराजमान है अपने पसुवाओ पर अवतरित होकर अपने भक्तों श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते है । देखिए वीडियो में
ओणेश्वर महादेव शिव रूप में यहाँ पर बिराजमान है ओणेश्वर महादेव के हमेशा साथ में रहने वाले ओणेश्वर महादेव के अग्रोचर देवता आकाश भैरव है दोनों देवता शिवरात्रि पर भक्तों को दर्शन देकर अपना आशीर्वाद देते हैं , निसंतान जोड़ा इस मंदिर में दिवारु पुजा के लिए आते हैं और निश्चित रूप में भक्तों को पुत्र प्राप्ति होती है ऐसी यहां पर मान्यता है।
कोषाध्यक्ष शिव सिह थलवाल,ओणेशवर पशुआ हरि सिह राणा, भैरव पशुआ सोहन सिह मिश्रवाण , अध्यक्ष रमेश चौहान, राजपाल राणा ,रविन्द्र राणा, गोकुल रमोला, भूपेंद्र मेहर, राजेंद्र राणा, कुंवर गुसाई, मनोज पवार, पूरण चन्द रमोला आदि मौजूद रहे।