अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने और बैक डोर भर्तियों को लेकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार, साथ ही किया समिति का गठन

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विपक्ष, सामाजिक कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय दलों के सहयोग से किया युवा न्याय संघर्ष समिति का गठन,

रविवार को उत्तराखण्ड की बेटी की हत्याकांड के वीआईपी का नाम उजागर करने व विधानसभा भर्ती घोटाले के मुख्य दोषी प्रेमचन्द अग्रवाल को बर्खास्त कर मुक़दमा दर्ज करने को लेकर ऋषिकेश विधानसभा के सामाजिक कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित की गई । जिसमें उपरोक्त मुद्दे को लेकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई साथ ही समिति का गठन किया गया जिसके बैनर तले आंदोलन को आगे बढ़ाया जायेगा। समिति का नाम युवा न्याय संघर्ष समिति रखा गया जिसमें मुख्य रूप से संयोजक दीपक जाटव, अरविन्द हटवाल, कुसुम जोशी व उषा चौहान को बनाया गया है। संजय सिलस्वाल को मीडिया की ज़िम्मेदारी दी गई है ।

बैठक में कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला ने कहा कि आज उत्तराखण्ड की बेटी हत्याकांड मामले में एसटीएफ चार्जशीट दाखिल करने जा रही है परन्तु अभी तक वीआईपी का नाम उजागर नहीं हुआ है क्या सरकार बड़े नेता को बचाना चाह रही है और साथ ही युवाओं के हक़ को मारकर अपने चहेतों को बैक डोर से नौकरी देने वाले मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल पर कार्यवाही नहीं की गई। जो सरकार का दोहरा चरित्र दर्शाती है क्योंकि जो नियुक्ति विधानसभा अध्यक्ष व सरकार ग़लत ठहरा चुकी है उसको करने वाला कैसे पाक साफ़ हो सकता है ।


दीपक जाटव व अरविंद हटवाल ने कहा कि हम संयुक्त रूप से अंकिता, केदार जैसे अनेक युवाओं के न्याय की लड़ाई लड़ने का काम करेंगे और इस आंदोलन में हम सभी दलों के लोगों के साथ साथ साथ सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और आम नागरिकों को जोड़ेंगे ताकि न्याय की माँग की आवाज़ दब ना सके और अंकिता के साथ साथ बेरोज़गार युवाओं को भी न्याय मिल सके ।


संजय सिल्सवाल व मोहन सिंह असवाल ने कहा कि ये आंदोलन सीबीआई की माँग के साथ साथ वीआईपी के नाम उजागर करने तक चलेगा ।


कुसुम जोशी व उषा चौहान ने कहा कि आज महिलायें उत्तराखण्ड में सुरक्षित नहीं हैं और बेरोज़गारी के साथ साथ अपनों को नौकरी लगवाना और होनहार युवाओं को दरकिनार करना इस सरकार की प्राथमिकता बन गई है हम आंदोलन से सरकार को चेताने का काम करेंगे कि ये उत्तराखण्ड मातृ शक्ति व युवाओं के संघर्ष और बलिदान से बना है और हम यहॉं इनके साथ हुऐ अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

बैठक में मोहन सिंह असवाल, डॉ राजे नेगी, पार्षद एडवोकेट राकेश सिंह, हिमांशु रावत, जितेंद्र पाल पाठी, सुरेंद्र सिंह नेगी, उत्तम सिंह असवाल, संजय सिलस्वाल, अरविंद हटवाल, रविंद्र सेमवाल, उपेंद्र सकलानी, हिमांशु रावत, कुसुम जोशी, उषा चौहान, प्रमिता जोशी, सरोजनी थपलियाल, शेर सिंह रावत, राकेश नेगी आदि मौजूद थे ।