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ऋषिकेश : शहरी विकास मंत्रालय द्वारा ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर स्थित गोविंद नगर में डाले जा रहे कूड़े के निस्तारण को लेकर गुमानीवाला स्थित लालपानी बीट में आवंटित ट्रेचिंग ग्राउंड के लिए भूमि को लेकर ग्रामीणों के विरोध के चलते प्रशासन ने अपने कदम पीछे खींच लिए। इस दौरान एसडीएम ऋषिकेश नगर आयुक्त और पुलिस के आला अधिकारियों की मौजूदगी में ग्रामीणों की वार्ता भी बेनतीजा रही।

भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कार्यदाई संस्था नेकोफ‌ लिमिटेड द्वारा सर्वे का कार्य किया जाना था। उल्लेखनीय है कि ऋषिकेश हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग ग्राउंड में पिछले लगभग 30 वर्षों से नगर पालिका के बाद नगर निगम द्वारा गोविंद नगर में शहर का कूड़ा एकत्रित किया जा रहा है जिसे हटाए जाने के लिए नगरवासी पिछले काफी लंबे समय से आंदोलन करने के साथ जनप्रतिनिधियों से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं। जिसे एनजीटी ने भी गंभीरता से लेते हुए तत्काल हटाए जाने के लिए निर्देश दिए थे, जिसके अनुपालन में उत्तराखंड शहरी विकास मंत्रालय द्वारा वन विभाग की गुमानीवाला स्थित वन विभाग की लाल‌ बीट की भूमि पर‌ कूड़ा निस्तारण के लिए भूमि का आवंटन किया था। लेकिन वहां भी ग्रामीणों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया, जिसके चलते यह योजना भी खटाई में पड़ती नजर आ रही है, जिसे लेकर अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ बातचीत की ।

ग्रामीणों का कहना है कि क्योंकि यह आबादी क्षेत्र में है। वही पुरुषोत्तम बडोनी ने कहा कि यह वन विभाग की भूमि है जिसका सारा पानी आबादी क्षेत्र में आता है, जिसके निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, यदि इस कार्य को बंद नहीं किया गया तो यहां लोगों को रहना दुभर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस ट्रेचिंग ग्राउंड को प्रस्तावित स्थान से 5 किलोमीटर दूर बनाया जाए। इसके लिए कई दौर की बातचीत शासन स्तर पर भी हो चुकी है। वही शहरी विकास मंत्रालय ने इसी भूमि पर ट्रेचिंग ग्राउंड बनाए जाने की तैयारी कर ली है