राजाजी जंगल में फंसे 24 बच्चों को रातोंरात बचाया, पुलिस-वन विभाग की जाँबाज टीम ने दिखाई मिसाल

- राजा जी के जंगल में पैदल ट्रैक से भटके 24 बच्चे, लक्ष्मण झूला पुलिस और वन विभाग ने ढूंढा, मूसलाधार बारिश और बिन लाइट के मौसम में देर रात
- बच्चे नीलकंठ से दर्शन के बाद वापस आ रहे थे, पैदल ट्रैक से भटक गए थे, सभी ऋषिकेश के अलग जगहों के रहने वाले हैं, सभी सुरक्षित हैं
- खुश हो कर सडक में आने के बाद बच्चों ने उत्तराखंड पुलिस और वन विभाग जिंदाबाद के नारे लगाए , SDRF की टीम भी पहुंची
ऋषिकेश : रविवार देर शाम नीलकंठ महादेव दर्शन से आ रहे 24 बच्चे घने जंगल में रास्ता भटकने की सूचना आग की तरह फ़ैल गयी. ये सभी बच्चे किशोर अवस्था में थे. जिसमें ४ -५ साल के भी बच्चे थे. सभी ऋषिकेश के आस पास के निवासी हैं. इनमें युवक और युवतियां दोनों हैं. बताया जा रहा है, ये सभी नीलकंठ दर्शन के बाद वापस आ रहे थे. राजा जी नेशनल पार्क के अन्दर होते हुए नीलकन्ठ महादेव के दर्शन कर वापस घर आ रहे थे अपने घर ऋषिकेश . जो पैदल रास्ता है नीलकंठ महादेव जाने का.
लक्ष्मण झूला पुलिस थाना इंचार्ज संतोष पैथवाल के मुताबिक़, सूचना के मुताबिक, “हम लोग लगातार इन बच्चों के संपर्क में भी थे. बच्चों की लोकेशन हम लोगों ने निकलवायी थी. साथ ही एसडीआरएफ की टीम और हमारी पुलिस की टीम भी स्टैंड बाई में लगी हुई थी. बच्चे नीलकंठ से वापस आ रहे थे. जो रास्ते में पैदल ट्रैक से हट गए थे. इस कारण से बच्चे रास्ता भटक गए. कुल 24 बच्चे हैं. जिसमें से कुछ बच्चे तो चार-पांच साल के भी है. सूचना के मुताबिक़, बैराज से लगभग ३ साढ़े तीन किलोमीटर आगे ये रास्ता भटक गए थे. लक्ष्मण झूला पुलिस, वन विभाग,sdrf की टीमें खोजबीन में लगी. आपको बता दें, खबर लिखे जाने तक देर रात, मौसम विकट था, मूसलाधार बारिश लगातार हो रही है. यह इलाका जंगल घना है. ऐसे में सर्चिंग में समस्या भी आ रही थी. ये बच्चे कृष्णा नगर, वीरभद्र और बापुग्राम व् आस पास इलाके के बताये जा रहे हैं. तारीफ करनी होगी वन विभाग और पुलिस कर्मियों की. बड़ी मुश्किल से वन विभाग और पुलिस ने पैदल चल कर घंटों मूसलाधार बारिश में ढूंढ कर ले आये बच्चों को. रात १ बजे लगभाग बच्चे बैराज पहुंचे उसके बाद परिजनों के सुपुर्दगी किये गए. आपको बता दें, राजाजी का जंगल घना है, विकट है और बारिश लगातार जारी है. ऊपर से उस रास्ते पर लाइट भी नहीं है. आपको बता दें, वहां पर हाथी, लेपर्ड, भालू जैसे जंगली जैसे जानवर भी हैं।सभी ने बैराज पहुंच कर खुशी जाहिर की और पुलिस और वन विभाग के समर्थन में नारे लागये। जिंदाबाद, जिंदाबाद कहा धन्यवाद पुलिस.
