कोविड-19 के चलते ऋषिकेश त्रिवेणी घाट में फीकी रही गंगा दशहरे की रौनक ….

खबर शेयर करें -

मन एवं आत्मा की आस्था पवित्र है। तो वही धर्म पूजन है :पुनीत गिरी महाराज

 ऋषिकेश : रविवार को शुभ दिन  सबसे बड़ा गंगा दशहरा है जिस पर लोग पूजा अर्चना कर घर परिवार में सुख शांति एवं धन समृद्धि कामना करते हैं।

आज कोविड-19 महामारी संक्रमण की गाइडलाइन के कारण त्रिवेणी घाट परिसर में लोगों की श्रद्धा को ठेस पहुंचाई है परंतु क्या किया जा सकता है देश में इतनी बड़ी महामारी से हमारा देश जूझ रहा है कोविड-19 संक्रमण से बचने के लिए हमें अपने घरों में रहकर ही स्नान कर सूर्य भगवान को जल अर्पित करना चाहिए और जल अर्पित कर अपने बुजुर्ग पितरों देवताओं का स्मरण करना चाहिए और उनको याद करना चाहिए.

हर साल गंगा दशहरा पर बहुत धूमधाम से त्रिवेणी घाट परिसर में लोगों की भीड़ उमड़ती है परंतु समय का आसार देखते हुए अब के गंगा दशहरा पर जैसे मानो रोनक से चली गई हो. हर साल गंगा दशहरा पर्व पर त्रिवेणी घाट परिसर पर बाहर से आए पर्यटक वह मेहमान लोग आकर गंगा दशहरा पर गंगा परिसर के पंडितों द्वारा मां गंगा की आराधना एवं अपने पितरों की शांति की प्रार्थना करते हैं और मां गंगा नहा कर अपने पाप को खत्म करते हैं उसके बाद लोग अपने घरों में अपने मित्र जनों की पूजा अर्चना कर पुण्य के भागी बनते हैं और बताया जाता है कि गंगा दशहरा पर भगवान सूर्य को जल अर्पित करने से भी घर में धन-धान्य एवं परिवार में शांति बनी रहती है. लेकिन इस बार कोविद-19 के चलते सभी श्रद्धालु अपने ही घर में गंगा दशहरा मनाये ..मन और आत्मा की आस्था सबसे ज्यादा पवित्र है.

सिद्ध पीठ सोमेश्वर महादेव मंदिर पुजारी महाराज पुनीत गिरी महाराज जी का कहना है कि  कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए तीर्थ नगरी क्षेत्र वासियों ने अपने घरों में ही स्नान कर अपने घरों से छत पर जाकर सूर्य भगवान को अरद्य  जल देकर उन्हें प्रणाम कर अपने घर में सुंदर भोजन   पकाकर अपने पितृ-जनों के नाम का निकाला.  कहा जाता है कि आज हमारे पितृ  देवता अवश्य दिव्य पवित्र आत्मा रूप में घरों में आते हैं और अपने परिवार जनों को सुख समृद्धि और धन-धान्य का आशीर्वाद प्रदान करते हैं इसी रूप में इस गंगा दशहरे को बहुत बड़ा जगत में इसकी बहुत ही मान्यता मानी जाती है गंगा दशहरा में जो भी गंगा में स्नान करता है पूजा पाठ करता है उसके सारे पापों को मां गंगा धो  डालती हैं और उसको अपना आशीष प्रदान करती हैं इसी तरह गंगा दशहरा पर पूजन यज्ञ से अपने घरों को पवित्र पावन किया जाता है यही गंगा दशहरा की विशेषताएं हैं।

पुनीत गिरी महाराज ने बताया कि मां गंगा दशहरा पर्व बहुत ही लाभकारी एवं पुण्य के भागी बनने के योग माना जाता है गंगा दशहरा पर श्रद्धालु कितना चाहे मन इच्छा दान करना चाहिए गंगा दशहरा पर्व पर सभी देवी देवताओं का वास माना जाता है .