खबर शेयर करें -

नैनीताल : जिले की बहुप्रतीक्षित जमरानी बांध परियोजना को लेकर निर्माण कार्य इन दिनों गति पकड़ रहा है। प्रदेश सरकार और विभागीय अधिकारियों की प्राथमिकता वाली इस परियोजना के तहत सुरंग निर्माण महत्वपूर्ण चरणों में से एक है। परियोजना से जुड़े इंजीनियरिंग अधिकारियों के मुताबिक अब तक लगभग 800 मीटर सुरंग निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि शेष सुरंग व अन्य संरचनाओं पर काम लगातार जारी है।

अधिकारियों का कहना है कि भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षणों के आधार पर तैयार की गई इस सुरंग का निर्माण चुनौती पूर्ण था, लेकिन आधुनिक मशीनरी, तकनीकी विशेषज्ञता और सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए कार्य को गति दी गई है। सुरंग निर्माण के आगे बढ़ने के साथ ही बांध की अन्य गतिविधियों जैसे बैराज क्षेत्र की तैयारी, सहायक संरचनाओं का निर्माण, और जलाशय क्षेत्र के विकास पर भी समानांतर रूप से कार्य किया जा रहा है।सरकार की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि परियोजना में किसी भी प्रकार की देरी न हो। इसी के तहत अलग-अलग चरणों में प्रगति की लगातार उच्च स्तरीय मॉनिटरिंग की जा रही है। विभाग ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को जून 2029 तक पूर्ण रूप से तैयार करने का लक्ष्य रखा है, जिसके अनुसार कार्ययोजना बनाई गई है और संसाधन जुटाए जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि निर्धारित समय सीमा को ध्यान में रखते हुए मानवशक्ति और मशीनों की संख्या भी बढ़ाई गई है।

परियोजना पूरी होने के बाद क्षेत्र में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। बांध के निर्माण से सिंचाई व्यवस्था में व्यापक सुधार होने की उम्मीद है, जिससे किसानों को सालभर फसलों की सिंचाई के पर्याप्त साधन उपलब्ध होंगे। साथ ही पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीण और शहरी इलाकों को भी स्थायी राहत मिल सकेगी। अनुमान है कि परियोजना पूरी होने पर आसपास के हजारों परिवारों को नियमित जलापूर्ति का लाभ मिलेगा, जबकि कृषि उत्पादन में भी वृद्धि दर्ज की जाएगी।

स्थानीय प्रशासन का कहना है कि बांध परियोजना के चलते रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों, मशीन ऑपरेटरों और तकनीकी विशेषज्ञों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को सीधा लाभ पहुंच रहा है। वहीं पर्यावरणीय प्रभावों का आकलन करते हुए परियोजना के अनुरूप आवश्यक संरक्षण उपाय भी लागू किए जा रहे हैं ताकि पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित रखा जा सके।अधिकारियों ने विश्वास जताया कि यदि कार्य इसी गति से आगे बढ़ा तो जमरानी बांध परियोजना समय पर पूरा होकर कुमाऊं क्षेत्र की सिंचाई और पेयजल आपूर्ति का मजबूत आधार बनेगी। यह परियोजना क्षेत्र के विकास में एक लंबे समय से प्रतीक्षित कदम मानी जा रही है, जो आने वाले वर्षों में आमजन के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकती है।

Ad