23 अप्रैल को त्रिवेणी घाट पर अद्भुत दृश्य, माँ गंगा को अर्पित होगी 1 किमी लंबी चुनरी


- शोभा यात्रा अमारिस होटल से त्रिवेणी घाट तक जाएगी शहर में से हो कर
- १ किलोमीटर लम्बी चुनरी माँ गंगा को अर्पित करेगा नमामि नर्मदा संघ (NNS)
- जल जंगल और जमीन और नदियाँ बचाने के लिए काम कर रहा है NNS
- कई राज्यों में चल रहे हैं अभियान, अब उत्तराखंड की बारी है :हरीश उनियाल
- छोटी से पहल बहुत आगे ले कर जाती है अभियान को : राजीव थपलियाल
- उर्वशी रौतेला के उर्वशी मंदिर पर दिए विवादित बयान की हम निंदा करते हैं -निर्मल दास
- पत्रकारों के सवाल का आसार बहुत आगे तक होता है हमें सोचने को करते हैं मजबूर : कपिल गुप्ता
- नदियों को बचाने के लिए अच्छी पहल है, मैं धन्यवाद देती हूँ संघ को इस शानदार पहल के लिए -सरोज डिमरी
ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) नमामि नर्मदा संघ (NNS) का वार्षिक कार्यक्रम 23 अप्रैल को तीर्थ नगरी ऋषिकेश स्थित त्रिवेणी घाट पर आयोजित होगा. रविवार को अमारिस होटल में प्रेस वार्ता करते हुए संघ से जुड़े हुए महानुभावों ने जानकारी देते हुए कहा, २३ अप्रैल को अमारिस होटल से त्रिवेणी घाट तक नगर के अन्दर से शोभायात्रा निकाली जायेगी. इस अवसर पर एक किलोमीटर लम्बी चुनरी गंगा मैया को आर्पित की जायेगी. फिर चुनरी को बाहर भी निकला जायेगा. ताकि यह सन्देश न जाए गंगा में हर कोई हर किसी चीज को प्रवाहित करे डाले. बल्कि माँ गंगा का ख्याल रखे. इसमें हर चीज न डालें.
नमामि नर्मदा संघ पिछले कुछ समय से उत्तराखंड में भी काम करने लगा है. इससे पहले कई राज्यों में काम कर रहा है, मध्य प्रदेश में काफी बृहद स्तर पर इन्होने काम किया है. इस दौरान हरीश उनियाल ने कहा, उत्तराखंड निवासी हैं हम लोग अपने जल जंगल जमीन, नदियों के लिए काम करेंगे तो देश सुरक्षित रहेगा. क्यूंकि यह हमारा फर्ज है. जब पर्यवारण सुरक्षित रहेगा मानव जीवन रहेगा. इसलिए हम जनजागरण के माध्यम से आम जन को पर्यावरण के लिए जिम्मेदार बनाने की कोशिश कर रहे हैं. लोगों के मन में पर्यावरण के लिए अभियान में जुड़ने का आह्वान कर रहे हैं. कपिल गुप्ता ने कहा, पत्रकारों के सवाल हमें बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करते हैं. सरकार तक बातें जाती हैं… बातें उठती हैं. निसंदेह, उनका असर होता है. सरकार अपना काम कर रही है, लेकिन जनता, पर्यावरण, आमजन से जुड़े मुद्दों का मामला आता है तो विरोध करना पड़ा तो करते हैं उन्हूने उदहारण देते हुए सात मोड़ में पेड़ काटे जाने का मामला सामने रखा. निर्मल दास ने कहा, उर्वशी रौतेला ने जो कहा उसकी हम निंदा करते हैं, उनके नाम से मंदिर नहीं बना है. यह गलत है. उन्हें मांफी मांगनी चाहिए. सरोज डिमरी ने कहा, हमारी टीम अच्छा काम कर रही है, यह अच्छी पहल है. संघ को इसका में श्रेय देती हूँ. वे आम जन के लिए पर्यावरण के लिए कुछ न कुछ काम कर रहे हैं. हमारी सहभागिता इसमें होना सौभाग्य की बात है. राजीव थपलियाल ने कहा, एक छोटी सी पहल बहुत काम करती है. शुरुवात छोटे से काम हो तो वह आगे जाती है. बस आपकी नियति और नीति अच्छी होनी चाहिए. अक्षत गोयल का कहना था, पर्यावरण को बचाने के लिए पहल अच्छी है, लोगों को जागरूक करना जरुरी है.
आपको बता दें, त्रिवेणी घाट पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में वन मंत्री सुबोध उनियाल, सांसद सत्य नारायण जटिया समेत सैकड़ों विद्यालयों के छात्र छात्राएं भी रहेंगे मौजूद. संतों में श्री राम तपस्थल आश्रम सनकादिक भागवत पीठ आनन्द घाट ब्रह्मपुरी ऋषिकेश उत्तराखंड में अनन्त विभूषित श्रीमद् जगद्गुरु स्वामी योगानन्दाचार्य स्वामी दयाराम देवाचार्य महाराज, नमामि नर्मदा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरीश उनियाल, राष्ट्रीय सचिव इन्द्रजीत कौर, अखिल भारतीय सीता राम परिवार प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल, प्रदेश महामंत्री आचार्य-नितेश खंडूरी, प्रदेश कोषाध्यक्ष, महिपाल बिष्ट, दिनेश चंद्र देहरादून जिला अध्यक्ष समाजसेवी, कनिका बड़थ्वाल और समस्त भक्तजन रहेंगे मौजूद. प्रेस वार्ता के दौरान, प्रमोद कुमार शर्मा, हरीश उनियाल, कपिल गुप्ता, निर्मल दास, अक्षत गोयल, इन्द्रजीत कौर, सरोज डिमरी, राजीव थपलियाल, सुरेन्द्र प्रसाद सुन्द्रियाल,अखिल भारतीय सीता राम परिवार प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल आदि लोग मौजूद रहे. प्रेस वार्ता में प्रभावी सञ्चालन प्रमोद शर्मा ने किया.
