एक वर्ष बाद बरामद हुआ नेवी जवान विनय का शव, आज पहुंचेगा घर
उत्तरकाशी(उत्तराखंड):पिछले वर्ष नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 34 पर्वतारोहियों का एक दल चोटी आरोहण के दौरान हिमस्खलन (Avalanche) की चपेट में आने से 27 पर्वतारोहियों की जाने चली गई थी। जबकि दो पर्वतारोही लापता थे उनका कुछ पता नही चल सका।ठीक एक वर्ष बाद एक लापता पर्वतारोही का शव शनिवार 04 अक्टूबर 2023 को बर्फ में दबा हुआ मिला।जबकि एक पर्वतारोही अभी भी लापता है।यह भीषण घटना 04 अक्टूबर 2022 को उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी डांडा टू में एवलांच हादसे में हुई थी।
जानकारी के मुताबिक 04 अक्टूबर 2022 को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहियों का 34 सदस्य एक दल उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी डांडा टू में चोटी आरोहण के दौरान हिमस्खलन का शिकार हो गया था।इस भीषण हादसे में 27 पर्वतारोहियों को अपनी जान से हाथ गंवाना पड़ा था।इस दर्दनाक हादसे में उत्तराखंड जिले के उत्तरकाशी की दो बेटियों ने भी अपनी जान गवाई थी।जिसमे एवरेस्ट विजेता उत्तरकाशी की सविता कंसवाल और पर्वतारोही नौमी रावत को खोया था ।
इस भीषण हादसे में उत्तराखंड से दो पर्वतारोही नौसेना में नाविक विनय पंवार व हिमाचल निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक वशिष्ट लापता चल रहे थे।उन्हीं लापता पर्वतारोहियों में से विनय पवार निवासी ऋषिकेश का शव बीते बुधवार को बर्फ के नीचे दबा मिला। जबकि, एक अब भी लापता है।
वही कल विनय पवार का शव निम बेस कैंप डोकरानी बामक में लाया गया।जिसे आज 05 अक्टूबर को सेना के हेलीकॉप्टर से हर्षिल लाया गया तथा हर्षिल से वाहन के द्वारा जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी भेज दिया गया।बताया जा रहा है कि वहां से उक्त शव को भारतीय नौसेना के प्रतिनिधियों द्वारा अपने संरक्षण में लेकर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।जिसके बाद ही परिजनों को विनय पंवार का शव सौपा जाएगा।